हमीरपुर (Himachal Pradesh: हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से लगातार चौथी बार सांसद चुने गए अनुराग सिंह ठाकुर इस बार फिर से चुनाव मैदान में उतारा है. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में लगातार चार बार जीत पर जीत दर्ज करवा कर अनुराग सिंह ठाकुर ने न केवल संसदीय क्षेत्र बल्कि देश भर में भी अलग पहचान बनाई है. हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में वित्त राज्य मंत्री के पदभार पर भी काबिज रहे हैं तो वर्तमान में बतौर केंद्रीय सूचना प्रसारण, युवा एवं खेल मंत्री के पद पर बखूबी से निर्वाहन कर रहे है.
अनुराग ठाकुर के पिता प्रो. प्रेम कुमार धूमल 2 बार रह चुके हैं हिमाचल के मुख्यमंत्री
अनुराग ठाकुर की छवि संसदीय क्षेत्र के अलावा पूरे प्रदेश भर में इस कदर बनी है और अनुराग ठाकुर की फैन फॉलोइंग बहुत ज्यादा होने के चलते पूरे संसदीय क्षेत्र में पकड़ बनी है. हालांकि लोकसभा चुनावों की चुनावी जंग में इस बार मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ साथ उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की साख भी जुड़ी है और दोनों का ही वास्ता हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से है. हमीरपुर जिले के समीरपुर गांव से संबंध रखने वाले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता प्रो. प्रेम कुमार धूमल भी दो बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन रह चुके हैं.
छोटे भाई अरुण धूमल BCCI के कोषाध्यक्ष साथ में IPL के चेयरमैन भी
वहीं, छोटे भाई अरुण धूमल भी बीसीसीआई में कोषाध्यक्ष के पद के साथ साथ आईपीएल के चेयरमैन भी हैं. राजनीति की बात करें तो दो बार हिमाचल प्रदेश में सकुशल नेतृत्व करने वाले प्रो. प्रेम कुमार धूमल के समय में हिमाचल में विकास को लेकर काम हुआ है और तभी तो पूर्व मुख्यमंत्री धूमल को सड़कों वाला मुख्यमंत्री के नाम से भी आज भी जाना जाता है, क्योंकि उनके कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा है. वहीं, नजर दौड़ाई जाए तो सांसद अनुराग ठाकुर के पहले चुनाव से लेकर चौथे लोकसभा चुनावों तक पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने भी पूरा सहयोग दिया. जिसके बलबूते पर ही अनुराग ठाकुर लगातार चौथी बार संसद में पहुंचे हैं.
कितनी है अनुराग ठाकुर की संपत्ति?
सांसद अनुराग ठाकुर की संपत्ति की बात की जाए तो अनुराग ठाकुर के पास कुल संपत्ति दो करोड़ 36 लाख 25 हजार 2328 रुपये हैं और उनकी पत्नी के पास 45 लाख 34 हजार 430 रुपये की संपत्ति है. अगर पिछले चार चुनावों की चर्चा की जाए तो चारों चुनावों में सांसद अनुराग ठाकुर के मुकाबले कांग्रेस के पास कोई सशक्त उम्मीदवार न होने के चलते हर बार बाजी बीजेपी के खेमे में रही है. चाहे बात 2014 की हो या फिर साल 2019 की हो हर बार सांसद अनुराग ठाकुर ने भारी मतों से पटखनी दी है. वह पहली बार मई 2008 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में एक उपचुनाव में लोकसभा के लिए चुने गए थे.
साल 2010 में रहे BJYM के राष्ट्रीय अध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश के एक राजनीतिक परिवार से आने वाले अनुराग ठाकुर लंबे समय से चार बार संसद सदस्य रहे. 14वीं, 15वीं, 16वीं और 17वीं लोकसभा के सदस्य रहे. मई 2008 में अनुराग ठाकुर अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के उत्तराधिकारी बने जब उन्हें भारत की 14वीं लोकसभा के लिए हमीरपुर निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में चुना गया. वह 2009 में 15वीं लोकसभा, 2014 में 16वीं लोकसभा और 2019 में 17वीं लोकसभा के लिए फिर से चुने गए. बाद में 2010 में अनुराग ठाकुर को भारतीय जनता युवा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.
संसद रत्न पुरस्कार से हो चुके हैं सम्मानित
वहीं, 19 जनवरी, 2019 को वह संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय जनता पार्टी सांसद बने. यह पुरस्कार सांसदों के योगदान को मान्यता देने के लिए 2010 में स्थापित किया गया था. आपको बता दें कि हमीरपुर संसदीय सीट में हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना के अलावा कांगड़ा जिले के देहरा क्षेत्र और मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र भी आता है. हमीरपुर सीट 17 विधानसभा विधानसभा क्षेत्र में ऊना जिला जहां पर पंजाब का ज्यादा प्रभाव है वह क्षेत्र भी आता है तो दूर दराज क्षेत्र धर्मपुर और देहरा भी इसमें शामिल है. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में धार्मिक स्थलों में प्रमुखता से हमीरपुर जिला में उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्घ पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर के अलावा ऊना जिला में चिंतपूर्णी माता का मंदिर भी शामिल है.