पूर्णिया:बिहार के पूर्णिया जिले के मलडीहा का नाम राष्ट्रीय फलक पर तब पहली बार आया था, जब बच्चों के साथ करते हुए बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूतकी तस्वीर सामने आई थी. अब एक बार फिर रुपौली उपचुनाव के बहाने मलडीहा सुर्खियों में आ गया है. मलडीहा असल में सुशांत सिंह का पैतृक गांव है और यह रुपौली विधानसभा क्षेत्र में ही पड़ता है. इनका कहना है कि शंकर सिंह के अलावे कोई भी नेता दिवंगत अभिनेता को याद नहीं करता. इसलिए इस बार पूरा गांव निर्दलीय प्रत्याशी के साथ है.
शंकर सिंह के साथ सुशांत सिंह के गांव वाले:रुपौली विधानसभा उपचुनाव में मलडीहा की जनता ने निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह को अपना समर्थन दिया है. उनका मानना है कि चुनाव में शंकर सिंह की जीत होगी, क्योंकि शंकर सिंह ही इस गांव और पूरे इलाके का विकास कर सकते हैं. इन लोगों का मानना है कि इस गांव की पहचान सुशांत सिंह राजपूत के कारण बनी है लेकिन किसी भी दल के नेता अभिनेता को याद नहीं करते और न ही गांव का विकास करना चाहते हैं. इसलिए इस बार हमलोग शंकर सिंह के साथ खड़े हैं.
क्या बोले मलडीहा के लोग?: इस चुनाव में मलडीहा गांव के लोग निर्दलीय कैंडिडेट शंकर सिंह के साथ है. अगर वह जीतेंगे तो क्षेत्र का विकास होगा और गरीबों के लिए काम करेंगे. इसके साथ ही पूर्णिया शहर में सुशांत सिंह राजपूत की प्रतिमा स्थापित कराएंगे. वहीं, एक अन्य ग्रामीण उनकी बातों पर हामी भरते हुए कहते हैं,'हां निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह ही अबकी बार जीतेंगे. मलडीहा में सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर भवन बनेगा. उनके नाम पर जो चौक है, उसे भी सजाया जाएगा.'
'सुशांत के कारण मलहीडा की पहचान':मलडीहा गांव के ग्रामीण कहते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत की वजह से पूर्णिया की पहचान बनी है. ऐसे में हमलोग जरूर चाहेंगे कि शंकर सिंह रुपौली विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनें, क्योंकि वह सुशांत सिंह के नाम पर इलाके में विकास का काम करेंगे.
"जहां तक सुशांत सिंह राजपूत को भूलने का सवाल है तो मलडीहा गांव के लोग भी मानते हैं कि कोई नेता उनको याद नहीं करते हैं लेकिन शंकर सिंह लगातार उनको याद करते हैं. ग्रामीण कहते हैं कि हमलोग तो कभी भी सुशांत को नहीं भूल पाएंगे, क्योंकि उनके नाम पर न केवल पूर्णिया, बल्कि मलडीहा की भी पहचान बढ़ी है."- स्थानीय ग्रामीण, मलडीहा गांव
क्या चाहते हैं मलडीहा के ग्रामीण?: सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर पूरे पूर्णिया का विकास होना चाहिए. उनका कहना है कि सुशांत सिंह के नाम पर मलडीहा गांव में सामुदायिक भवन बनाया जाए और उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जाए. एक अन्य ग्रामीण का कहना है कि शंकर सिंह को मलडीहा गांव का एकतरफा समर्थन मिला है. उनके जीतने के बाद इस इलाके का तो विकास होगा ही सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर योजनाएं चलाई जाएगी.
सुशांत पर क्या बोले शंकर सिंह?:वहीं, शंकर सिंह ने कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो सुशांत सिंह राजपूत के गांव पर विशेष ध्यान रहेगा. उन्होंने कहा, 'वह सभी जाति के लोगों के चहेते थे. बिहार के लोगों के लिए गर्व की बात है कि हमारे यहां से फिल्मी दुनिया के बड़े अभिनेता थे. वह अच्छे इंसान भी थे. जीतने के बाद सुशांत के गांव में उनकी प्रतिमा जरूर लगाएंगे.'
कब मलडीहा गांव आए थे सुशांत?:दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 11 मई 2019 को मलडीहा गांव आए थे. करीब 17 साल बाद वह अपने पिता कृष्ण कुमार सिंह, चचेरे भाई और छातापुर से बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू और भाभी नूतन सिंह के साथ अपने पैतृक गांव आए थे. खेत-खलिहान और बगीचे हर जगह वह घूमने गए, लोगों ने भी उनका दिल खोलकर स्वागत किया. अपने गांव में सुशांत ने कृष्ण भगवान के मंदिर में पूजा की और उसके बाद वरुणेश्वर स्थान पर जाकर पूरे परिवार के साथ पूजा-अर्चना की. उस दौरान उन्होंने बच्चों के साथ भी खूब मस्ती की थी.