रायपुर : प्रदेश में कुछ महीने बाद नगरीय निकाय चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव को लेकर तैयारियां भी तेज हो गई है. वार्ड 67 की जनसंख्या लगभग 32 हजार है. यहां के वार्डवासियों ने अपने मुद्दों को ईटीवी के सामने खुलकर रखा. उन्होंने क्षेत्र में नालियों की साफ सफाई और पानी से लेकर बिजली तक के अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी है.
सफाई से लेकर पानी तक फैली अव्यवस्था : वार्ड 67 के वार्डवासियों का कहना है कि क्षेत्र में नालियों की साफ सफाई नियमित नहीं होती. इसके साथ ही कई जगहों पर सार्वजनिक नल का भी अभाव है. जिन घरों में बोर लगा हुआ है, उन्हें पानी आसानी से मिल जाता है. लेकिन जिनके घरों में बोर नहीं है, उन्हें पानी के लिए भी दो-चार होना पड़ता है.
चुनाव के समय नेता वोट मांगने के लिए यहां तक आते हैं, लेकिन चुनाव के बाद झांकने तक वार्ड में नहीं पहुंचते. वार्ड की नालियों में गंदगी का आलम है. दवाई का छिड़काव नहीं होने की वजह से मच्छर और कीड़े पनप रहे हैं. मच्छरों से कई तरह की बीमारियां फैलने की भी संभावना बढ़ गई है. नालियों में दवाई का छिड़काव होने के साथ ही वार्ड में साफ सफाई भी नियमित रूप से होनी चाहिए : शत्रुघ्न धीवर, वार्डवासी
वार्डवासी पानी को लेकर परेशान : वार्डवासी रमा श्रीवास्तव की मांग है कि नालियों की नियमित साफ सफाई होनी चाहिए. कई बार नालियों से कचरा बाहर निकाल कर रख दिया जाता है, जो कई दिनों तक नाली के बाहर पड़ा रहता है. उन्होंने यह भी बताया कि गर्मी के दिनों में पानी टैंकर की भी काफी समस्या वार्डवासी को झेलनी पड़ती है. कई घरों में बोर लगे हुए हैं, लेकिन गर्मी वो भी सूख जाते हैं.
वार्डवासी पानी टैंकर के लिए भी परेशान होते हैं. नगर निगम और पार्षद को टैंकर के लिए बोला जाता है तो दो से चार दिन भी लग जाते हैं. वार्ड 67 के करण नगर क्षेत्र में कोई भी सार्वजनिक नल या कनेक्शन नहीं है. इस वजह से लोगों को पानी को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ता है : रमा श्रीवास्तव, वार्डवासी
महिलाओं ने उठाया साफ सफाई का मुद्दा : वार्डवासी राजेंद्र तिवारी का कहना है कि वार्ड में तीन समस्या मुख्य रूप से हैं, जिसमें नियमित साफ सफाई नहीं होती. करण नगर इलाके में कई बिजली के खंभों में लाइट नहीं है. बिजली खंभे में जो लाइट लगाई है, वह चालू है तो चालू है और जो बंद पड़ी है, उसे देखने और सुनने वाला कोई नहीं है.