सरगुजा:सरगुजा संभाग के स्कूली छात्र पहली बार परख परीक्षा देने जा रहे हैं. परख परीक्षा के लिए बच्चों को मॉक टेस्ट भी कराया जा रहा है. बच्चों को एग्जाम के लिए पहले से ट्रेंड करने की ये एक कवायद है. अंबिकापुर के मल्टीपरपज स्कूल में परख परीक्षा को लेकर खास तैयारी कराई जा रही है. परख परीक्षा और मॉक टेस्ट को लेकर छात्र काफी उत्साहित हैं. छात्रों का मानन है कि इस परीक्षा से उनके आने वाले एग्जाम और भविष्य पर बड़ा असर पड़ेगा. परीक्षा से पहले होने वाला ये मूल्यांकन टेस्ट है. जो ये बताता है कि आप कितने तैयार हैं.
क्या है परख परीक्षा: स्कूल के प्रिंसिपल एचके जायसवाल ने बताया कि 4 दिसम्बर को पूरे देश में परख परिक्षा होनी है. पहली बार इस तरह की परिक्षा आयोजित की जा रही है. इसमें तीसरी, छठी और नवीं के छात्र शामिल होंगे. इससे पहले 18, 24 और 29 नवम्बर को मॉक टेस्ट लिए गए. छात्रों को बताया गया है कि ओएमआर मोड में परीक्षा कैसे दी जाती है.
4 दिसम्बर को यह परिक्षा होगी (ETV Bharat)
नई शिक्षा नीति: प्रिंसिपल एचके जायसवाल ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत ये परीक्षा आयोजित की जा रही है. इससे विभाग इस बात का मूल्यंकन कर सकेगा कि छात्र कितना प्रभाशाली है और उसे किस क्षेत्र में जाना चाहिए. इस टेस्ट के बाद छात्रों का स्तर सुधारने और उन्हें भविष्य के फैसले लेने में मदद मिलेगी. चार विषय हिन्दी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में यह टेस्ट होने हैं. सीबीएससी के लिए अग्रेजी विषय भी रखा गया है.
क्या है छात्रों की राय:माक टेस्ट में शामिल छात्र लव चौबे का कहना है कि ये मॉक टेस्ट हमें इसलिए दिलाया जा रहा है क्योंकी परख की मुख्य परीक्षा में हम ओएमआर सीट में एग्जाम देने की ट्रेनिंग ले सकें. परख परीक्षा इसलिए दिलाई जा रही है ताकि हम आगे देने वाले कम्पटीशन एग्जाम के लिए तैयार हो सकें. इससे ये भी पता चलेगा की स्टूडेंट का बेस क्लियर है या नही. परख एग्जाम देने के बाद मुझे भी अपने पोटेंशियल का पता चला कि मेरा बेस क्लियर है या नहीं. ये सरकार का अच्छा प्रयास है.
परीक्षा की तैयारी में मिलती है मदद: छात्र हर्ष बैस का कहना है कि परख टेस्ट से काफी ज्यादा लाभ हुआ है. इसमें सबसे बड़ा लाभ ये हुआ है की कम्पटीशन एग्जाम में कैसे ओएम्आर सीट भरी जाती है इसकी ट्रेनिग दी गई है. टेस्ट देने के बाद हम सब उत्साहित हैं.