बीकानेर. पश्चिमी राजस्थान की लाइफ लाइन मानी जाने वाली इंदिरा गांधी नहर परियोजना में नहरबंदी के बाद पानी को लेकर हालात विकट नहीं हों, इसको लेकर जलदाय विभाग सक्रिय हो गया है. दरअसल, पंजाब में नहरों की मरम्मत और लाइनिंग को लेकर इस साल 60 दिन की नहरबंदी की जाएगी. इस बार पंजाब सरकार ने नहरबंदी के लिए 10 मार्च से अगले 60 दिन तक का समय बताया है, लेकिन नहर प्रशासन ने 20 मार्च के बाद नहरबंदी करने की मांग की है. 16 मार्च तक रेगुलेशन के लिए समय निश्चित है और इसके बाद पानी की भंडारण को लेकर भी नहर विभाग ने चार-पांच दिन का समय मांगा है. संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी ने भी जलदाय विभाग के अधिकारियों को नहरबंदी के दौरान किसी भी तरह के विकट हालात से बचने को लेकर निर्देश दिए हैं.
एक्टिव हुआ विभाग :गर्मी में पेयजल सप्लाई की किल्लत को रोकने को लेकर नहरबंदी से पहले जलदाय विभाग अब एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. हालांकि, नहरबंदी को लेकर अभी तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन मार्च महीने में नहरबंदी प्रस्तावित है. दूसरी ओर अब जलदाय विभाग अवैध जल कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं को लेकर सख्ती बरतता हुआ नजर आ रहा है. बीकानेर में अब अवैध कनेक्शन को नियमित करवाने के लिए जलदाय विभाग ने 29 फरवरी तक का समय तय किया है.