पटना:बिहार में नदियों का जलस्तरलगातार बढ़ा हुआ है. केंद्रीय जल आयोग और बिहार जल संसाधन विभाग के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर लगातार लाल निशान के ऊपर बना हुआ है. पटना के गांधी घाट में गंगा का डेंजर लेवल 48.60 मीटर है लेकिन अभी जलस्तर 49.03 मीटर पर है. वहीं, हाथीदह में गंगा का डेंजर लेवल 41.76 मीटर है और अभी जलस्तर 42.32 मीटर पर बना हुआ है. वहीं पुनपुन नदी का जलस्तर भी पटना के श्रीपालपुर में खतरे के निशान के करीब है.
गंगा का जलस्तर बढ़ा:वहीं गंगा नदी भागलपुर के कहलगांव में और साहिबगंज में भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. गंगा नदी का पानी मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार के निचले इलाकों में लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है. गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण दियारा इलाके के लोगों की काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कोसी-गंडक भी खतरे के निशान से ऊपर: केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक नदी गोपालगंज जिले के डुमरिया घाट 64 सेमी में तो बूढ़ी गंडक खगड़िया में 94 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर के रुन्नीसैदपुर में और बेनीबाद में अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है. बेनीबाद में 102 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में खतरे के निशान से 108 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जबकि कटिहार के कुर्सेला में कोसी नदी 84 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है.
दियारा के लोगों की मुश्किलें बरकरार: गंगा नदी के जलस्तर लगातार खतरे के निशान से कई स्थानों पर ऊपर रहने के कारण दियारा के लोगों की मुश्किलें विशेष रूप से बढ़ी हुई है. भागलपुर के गोपालपुर में पिछले दिनों एक बांध क्षतिग्रस्त हो चुका है. जिसके कारण कई इलाकों में पानी फैला हुआ है. वैसे जल संसाधन विभाग की तरफ से लगातार दावा किया जा रहा है कि तटबंध और नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर बनाकर रखी जा रही है.