वाराणसी : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पर हर चुनाव में सबकी नजरें टिकी रहती हैं. पीएम के साथ विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं का भी बराबर बनारस आना लगा रहता है. राजनीतिक सरगर्मी इतनी कि रोज ही सभाएं और रोड शो निकलते हैं. ऐसे में माना जा सकता है कि यहां लोगों में राजनीतिक चेतना भी उतनी ही जागृत होगी और बढ़ चढ़कर मतदान होता होगा, लेकिन ऐसा है नहीं. खासकर उन बूथों पर जहां सबसे ज्यादा शिक्षित वर्ग आता है. बनारस में पढ़े-लिखों का बूथ कहे जाने वाले 35 ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां पर 25 फीसदी से भी कम वोट पड़ते हैं. पूरे बनारस में कम मतदान वाले बूथों की संख्या लगभग 700 है.
साल 2014 हो या फिर 2019 का लोकसभा चुनाव, दोनों में ही पूर्वांचल के लगभग 1200 बूथों पर 40 फीसदी से भी कम वोट पड़े हैं. रिकॉर्ड देखें तो साल 2014 में 'मोदी लहर' के बाद भी कुछ ऐसे बूथ थे, जहां पर कम वोटिंग हुई थी. इसके बाद साल 2019 के चुनाव में लगभग यही हाल देखने को मिला था. लोगों में उत्साह की कमी के कारण भी वोटिंग प्रतिशत कम देखने को मिला था. पूर्वांचल की 12 लोकसभा सीटों के 1200 बूथों पर बीते दो लोकसभा चुनावों में वोट प्रतिशत में कमी देखी गई है. इनमें ग्रामीण और शहरी दोनों शामिल हैं.
पढ़े-लिखे लोगों के बूथ पर कम हुई वोटिंग
वाराणसी की बात करें तो साल 2014 और 2019, दोनों ही लोकसभा चुनावों में कुछ बूथों पर वोटिंग प्रतिशत कम रहा है. वहीं दोनों ही बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से जीत दर्ज की है, जिसमें एक बड़े अंतर से उन्हें जीत मिली थी. इसके बावजूद भी साल 2014 में 708 बूथों पर 40 फीसदी से भी कम वोट पड़े थे, जबकि साल 2019 में बूथों की संख्या 693 थी. दोनों ही चुनावों में 35 बूथों पर 25 फीसदी से भी कम वोटर पहुंचे थे. साल 2019 में बीएचयू कला संकाय कक्ष-2 में 21.24 प्रतिशत, पूर्वोत्तर रेलवे जू. हाईस्कूल में 24.40 प्रतिशत, बरेका केंद्रीय विद्यालय में तीन बूथों पर 34.82, 31.44, 26.28 प्रतिशत वोट पड़े थे. ये बूथ प्रबुद्ध लोगों के बूथ माने जाते हैं.
पूर्वांचल के इन बूथों पर 25 फीसदी से कम मतदान
पिछले लोकसभा चुनाव में पूर्वांचल की 12 लोकसभा सीटों पर कई ऐसे बूथ रहे, जिनपर महज 25 फीसदी ही मतदान हुआ था. कई बूथों पर मतदान इससे भी कम हुआ था. बलिया के दो बूथों पर 20 प्रतिशत से कम, गाजीपुर के पंचायत भवन सराय बूथ पर 19.98 प्रतिशत, भदोही विधानसभा क्षेत्र के कुढ़वा क्षेत्र में 25 फीसदी से कम, आजमगढ़ में जूनियर हाईस्कूल इब्राहिमपुर के बूथ संख्या 11 पर 17.5 प्रतिशत और प्राथमिक विद्यालय आराजी महलपुरवा में 23.30 प्रतिशत, जौनपुर में छानबे विधानसभा क्षेत्र के कामापुर क्षेत्र में 25 फीसदी से कम मतदान हुआ था.