अल्मोड़ा:उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट राजनीतिक दृष्टिकोण से अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट है. राजनीति के क्षेत्र में इस सीट की अपनी अलग पहचान है. इस सीट पर अधिकतर राष्ट्रीय पार्टियों का दबदबा रहा है. इस सीट पर पिछले काफी वक्त से भाजपा का कब्जा है. इससे पूर्व कांग्रेस का प्रत्याशी भी इस सीट पर जीतता आया था.
उत्तराखंड की अल्मोड़ा सीट के अंतर्गत बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा चार जिले आते हैं. इसके साथ ही इस लोकसभा सीट में चार जिले की 14 विधानसभा सीटें शामिल हैं. इसमें अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर, अल्मोड़ा, रानीखेत, द्वाराहाट, सल्ट और जागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले की धारचूला, डीडीहाट, पिथौरागढ़ और गंगोलीहाट, चंपावत जिले की लोहाघाट और चंपावत जबकि बागेश्वर जिले की कपकोट और बागेश्वर विधानसभाएं आती हैं.
अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट पर आगामी लोकसभा चुनाव में कुल 13 लाख 30 हजार 627 मतदाता और 29 हजार 188 सर्विस मतदाता हैं. चुनाव के लिए चारों जिलों में कुल 2256 मतदेय स्थल बनाए गए हैं जिनमें अल्मोड़ा जिले के 6 विधानसभाओं में 920 मतदेय स्थल, पिथौरागढ़ की 4 विधानसभाओं में 611 मतदेय स्थल, बागेश्वर की दो विधानसभाओं में 381 और चंपावत की दो विधानसभा में 344 मतदेय स्थल बनाए गए हैं. वर्तमान में अल्मोड़ा लोकसभा सीट से विभिन्न पार्टियों के सात प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. लोकसभा सीट के लिए निर्धारित कुल 2256 मतदेय स्थल पर अपने मतों का प्रयोग कर मतदाता इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे.
विधानसभा वार मतदाताओं की संख्या:अल्मोड़ा में 5 लाख 35 हजार 289 मतदाता और 7139 सर्विस मतदाता अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर विधानसभा में कुल 87 हजार 271 मतदाता है. जिनमें 44 हजार 757 पुरुष और 42 हजार 514 महिला मतदाता हैं. वहीं 1239 सर्विस मतदाता हैं. जागेश्वर विधानसभा में कुल 93 हजार 505 मतदाताओं में 49 हजार 078 पुरुष और 44 हजार 427 महिला मतदाता और 1051 सर्विस मतदाता हैं. अल्मोड़ा विधानसभा में 87 हजार 237 मतदाताओं में 45 हजार 063 पुरुष एवं 42 हजार 210 महिला मतदाता हैं. वहीं सर्विस मतदाताओं की संख्या 1195 है.