लखनऊ: बदलते मौसम की वजह से जिले में वायरल फीवर का कहर है. लोगों को बुखार के साथ उल्टी-दस्त और सांस लेने में परेशानी हो रही है. मरीजों में बुखार 104 डिग्री तक चला जा रहा है. लगभग सभी घरों में कोई न कोई इसकी चपेट में है. इससे मरीजों के साथ परिजन भी परेशान हो रहे हैं. राजधानी के सरकारी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या 70 फीसदी तक बढ़ गई है. मंगलवार को बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी से लेकर वार्ड तक के सभी बेड भर गए है. इमरजेंसी में तो एक बेड पर दो मरीजों का इलाज मुहैया कराया गया. डेंगू और मलेरिया के लक्षण वाले मरीजों की जांच भी कराई जा रही है.
बलरामपुर अस्पताल के फिजिशियन डॉ. विष्णु कुमार ने बताया, कि यह मौसम वायरल जनित बीमारियों को फैलाने के लिए काफी अनुकूल रहता है. इसमें लोग साफ सफाई, स्वच्छ पानी और भोजन का विशेष ध्यान नहीं रख पाते. इन दिनों बाजार का खान-पान भी लोगों को बीमार बना सकता है. ऐसे में साफ सफाई का अभाव और असंयमित खान-पान की वजह से लोग बीमारियों की चपेट में ज्यादा आते हैं. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव का कहना है, कि ओपीडी और इमरजेंसी में बुखार, उल्टी, दस्त के रोगी ज्यादा आ रहे हैं. वहीं, लोकबंधु अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया, कि मेडिसिन विभाग की ओपीडी और इमरजेंसी में बुखार के मरीजों की संख्या अधिक आ रही है.
वायरल बुखार का कहर, इमरजेंसी फुल, बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में उमड़ी भीड़ - viral fever treatment in hospital
बदलता मौसम कई बिमारियों को साथ ले आया है. लोगों को बुखार के साथ उल्टी-दस्त और सांस लेने में परेशानी हो रही है. लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में सभी बेड भर गए है. हालात ऐसे है, कि एक बेड पर दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Sep 25, 2024, 7:50 AM IST
दूसरे अस्पताल में मरीजों को शिफ्ट कराकर दिलाई राहत:बलरामपुर अस्पताल करीब 775 बेड की क्षमता का अस्पताल है. इमरजेंसी में करीब 150 बेड हैं. इमरजेंसी में बीते 24 घंटे 1099 मरीज इलाज के लिए पहुंचे. इसमें 194 मरीजों को भर्ती किया गया. बाकी मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया. इसमें बुखार के 70 मरीज भर्ती हुए हैं. ऐसी दशा में इमरजेंसी से लेकर सभी वार्ड फुल हो गए है. सोमवार दोपहर बेड खाली न होने पर मरीजों को इमरजेंसी ओपीडी में रोका गया. गंभीर मरीजों को इमरजेंसी और आईसीयू में शिफ्ट कराया गया. वहीं, इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को बेड खाली न होने की स्थिति में सिविल-लोकबंधु अस्पताल एंबुलेंस से रेफर किया गया.
निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण का कहना है, अस्पताल ओवरलोड हो चुका हैं. बेड खाली कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा सके. हालांकि, सोमवार दोपहर सिविल में करीब 100 और लोकबंधु में 40 बीएड खाली होने से मरीजों को राहत दिलाई गई.
अब तक मलेरिया के 382 और डेंगू 284 मरीज मिले:सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया, कि राहत की बात यह है कि मंगलवार को डेंगू का एक मरीज मिला. वहीं सोमवार को जिले में डेंगू का कोई रोगी नहीं मिला था. सीएमओ के मुताबिक जनवरी से अब तक जनपद में कुल 285 डेंगू मरीज मिल चुके हैं. मंगलवार को मलेरिया का अब तक एक मरीज भी नहीं मिला. बीते सोमवार को मलेरिया का एक मरीज पाया गया था. अब तक 382 लोगों में मलेरिया की पुष्टि हो चुकी है. इसके अतिरिक्त नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमें जनपद के विभिन्न स्थलो और भवनों का निरीक्षण किया गया. इसके साथ ही लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया.
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