फरीदाबाद:हरियाणा की सैनी सरकार में विपुल गोयल ने भी मंत्री पद की शपथ ली. हरियाणा विधानसभा 2014 में चुनाव जीतने के बाद फरीदाबाद विधानसभा से विधायक विपुल गोयल दिन रात जनता की सेवा में जुट गए. यही वजह है कि हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में विपुल गोयल को दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया. 2016 में भी विपुल को पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री बनाया गया था.
विपुल गोयल के राजनीतिक सफर की शुरुआत: बता दें कि विपुल गोयल का जन्म 25 अप्रैल 1972 को हुआ. उनके पिताजी बिजनेसमैन थे. दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ कॉमर्स की डिग्री प्राप्त करके बिजनेस में घुस गए. बिजनेस के साथ-साथ उनके अंदर समाज के लिए कुछ करने का जुनून था. जिसके चलते विपुल गोयल ने पर्यावरण को लेकर कई मुहिम शुरू की थी. इसके साथ-साथ ही पशु पक्षी के लिए भी उन्होंने धीरे-धीरे काम शुरू कर दिया. पशु-पक्षी को दाना-पानी के साथ-साथ उनके देखभाल भी करने लगे. धीरे-धीरे फरीदाबाद के आसपास वह पर्यावरण, पशु प्रेमी के तौर पर भी लोग उन्हें जानने लगे.
पहली बार में जीता चुनाव: विपुल गोयल हर साल पक्षियों के लिए कई कार्यक्रम करने लगे. हालांकि इस दौरान उन्होंने भाजपा को ज्वाइन कर लिया और बीजेपी की नीतियों पर चलने लगे. हालांकि इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए दिन-रात मेहनत करने लगे और बीजेपी की नीतियों को जनता तक पहुंचाने लगे. 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में पार्टी ने ओल्ड फरीदाबाद सीट से इन्हें चुनाव लड़ाया. फरीदाबाद क्षेत्र में अच्छी छवि होने की वजह से विपुल गोयल ने अपने पहले ही चुनाव में 48000 वोटों से जीत हासिल की.
विपुल गोयल को मिला सम्मान: विपुल गोयल की ईमानदारी और कार्यशैली को देखते हुए 2016 में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपुल को अपनी कैबिनेट में जगह दी. इन्हें उद्योग और पर्यावरण मंत्रालय सौंपा गया. कैबिनेट मंत्री रहते हुए विपुल गोयल ने हरियाणा को ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस में 14वें स्थान से तीसरे स्थान पर लाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया. इनके द्वारा किये गए ऐतिहासिक कार्यो के लिए इन्हें चैंपियन ऑफ चैंपियन के अवॉर्ड से नवाजा गया.