मुजफ्फरपुर:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर पूर्व मंत्री मुकेश सहनी की तैयारियां शुरू हो गई है. मुजफ्फरपुर में निषाद संकल्प यात्रा के दौरान विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि बिहार में निषादों के बिना सरकार नहीं बनेगी. एक दशक पूर्व भी निषाद समाज को नहीं जानता था, न ही उनकी कोई पहचान थी लेकिन आज वीआईपी और निषाद विकास संघ के बलबूते निषाद समाज को एक नई पहचान मिली.
"बिहार में जाति जनगणना के अनुसार निषाद दूसरी सबसे बड़ी जाति है. अब सरकार बनाने की हमारी बारी है. जनता का वोट जिसके पास है, अब वही राजा बनेगा. बाबा साहेब ने हमें वो ताकत दी है कि हम अपने बलबूते सरकार बना भी सकते हैं और गिरा भी सकते है. अपने हक के लिए एकजुट होकर लड़ेंगे. कोई भी बड़ी लड़ाई एक-दो दिनों में नहीं जीती जाती, उसके लिए संघर्ष करना पड़ता हैं."-मुकेश सहनी, अध्यक्ष, विकासशील इंसान पार्टी
'आरक्षण नहीं मिलने के कारण हम पीछे':'सन ऑफ मल्लाह' निषाद संकल्प यात्रा के तहत राज्य के हर जिले का दौरा कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इसी के तहत मुजफ्फरपुर में उन्होंने कहा कि मौजूदा एनडीए की सरकार सामंतवादियों की सरकार है. आज एक भी निषाद का बेटा ऊंचे ओहदे तक नहीं पहुंच पा रहा है, इसका कारण आरक्षण नहीं मिलना है. अगर आरक्षण मिलता तो बहुत अच्छे-अच्छे पद पर हमारे बच्चे रहते.
'वोट की ताकत पहचानें': मुकेश सहनी ने कहा कि अगर निषाद जाति के लोग अपने परिवार और बच्चों का विकास चाहते हैं तो उन्हें अच्छी शिक्षा दें. एक रोटी कम खाइए लेकिन बच्चों की पढ़ाई को लेकर लापरवाही मत करिए. उन्होंने कहा कि जब तक निषाद समाज अपनी एकजुटता और शक्ति का आभास नहीं कराएगी, तब तक निषाद समाज के साथ एनडीए सरकार सौतेला व्यवहार करती रहेगी. वीआईपी चीफ ने कहा कि चंद रुपयों की लालच में अपने वोट को मत बेचिए.