हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

लाहौल स्पीति के इस गांव में ग्रामीणों ने दी चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी, नहीं ले रहा इनकी कोई सुध - Warn Boycott of Election - WARN BOYCOTT OF ELECTION

हलमा पंचायत में सिंचाई व्यवस्था चरमराने के कारण लोग परेशान हैं. रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सिंचाई की व्यवस्था को लेकर सरकार जल्द गंभीर हो जाए. इस विषय में जल्द निर्णय ना लेने पर पूरे इलाके के लोग लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करेंगे. ग्रामीणों के मुताबिक इससे पहले भी कई बार इस बारे में जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार को अवगत करवाया था, लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.

Warn Boycott of Election
बैठक में जाहलमा पंचायत के ग्रामीण (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 24, 2024, 2:54 PM IST

ग्रामीणों ने दी चुनावों का बहिष्कार करने की चेतावनी (ईटीवी भारत)

लाहौल स्पीति: जिले के जाहलमा पंचायत में सिंचाई व्यवस्था चरमराने के कारण लोग परेशान हैं. किसानों-बागवानों को आने वाले सीजन के लिए पानी की समस्या की चिंता सता रही है. ग्रामीण कई बार इसकी शिकायत विभाग से भी कर चुके हैं. कोई सुनवाई ना होने के बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव और लाहौल स्पीति में होने वाले विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.

ग्रामीणों ने शुक्रवार को आयोजित बैठक में चेतावनी देते हुए कहा कि सिंचाई की व्यवस्था को लेकर सरकार जल्द गंभीर हो जाए. इस विषय में जल्द निर्णय ना लेने पर पूरे इलाके के लोग लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करेंगे. वहीं, उदयपुर के दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री से भी उन्होंने आग्रह किया कि वह ग्रामीणों की समस्या का जल्द समाधान निकालें. सभी ने एक स्वर में यह भी निर्णय लिया कि आने वाले कुछ दिनों में अगर इस समस्या का हल नहीं होता है तो वो चुनावों का बहिष्कार करेंगे.

स्थानीय ग्रामीण राजेंद्र, ताशी, प्रदीप का कहना है कि पूरे इलाके में सिंचाई व्यवस्था बदहाल है और आने वाले कृषि सीजन में लोगों के खेतों में पानी किस तरह से पहुंचेगा, इसकी चिंता उन्हें सता रही है. सिंचाई और पीने का पानी इस गांव में सबसे बड़ा मुद्दा है. लगभग तीन सालों से यह समस्या बनी हुई है. यहां डेढ़ हजार बीघा जमीन और 250 परिवार रहते हैं. यहां के लोगों की आर्थिकी कृषि पर ही निर्भर हैं. बीज का सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं है. खेतीबाड़ी ना होने से उनके सामने खाने-पीने का संकट पैदा हो जाएगा.

ग्रामीणों के मुताबिक इससे पहले भी कई बार इस बारे में जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार को अवगत करवाया था, लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. ऐसे में मुख्यमंत्री के साथ भी स्थानीय लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा और इस समस्या के समाधान के बारे में आग्रह करेगा.

नाहन में पीएम मोदी का सिरमौरी अंदाज, सोबी कै मेरी ढाल कहकर किया देवी-देवताओं को नमन, पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद भी आया याद - PM Modi Nahan Rally

ABOUT THE AUTHOR

...view details