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रामगढ़ के इस गांव के लोगों ने लिया मतदान बहिष्कार का फैसला, कहा- रेलवे अंडरपास नहीं तो वोट नहीं - Villagers decided to boycott voting

Villagers decided to boycott voting. रामगढ़ में पतरातू प्रखंड के पांच गांव के लोग वोट बहिष्कार करने के मूड में है. इनलोगों का कहना है कि कई बार आग्रह करने के बाद भी उनकी रेलवे अंडर पास की मांग को पूरा नहीं किया गया. इस वजह से उन्हें काफी परेशानी होती है.

Villagers decided to boycott voting for demand of railway underpass in Ramgarh
Villagers decided to boycott voting for demand of railway underpass in Ramgarh

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 10, 2024, 11:37 AM IST

Updated : Mar 10, 2024, 12:14 PM IST

रामगढ़ में ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का फैसला लिया

रामगढ़ः लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जिला प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है. अपने मत का प्रयोग करने को लेकर कई कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहे हैं, लेकिन जिले के पतरातू प्रखंड के कुरसे गांव में रेल अंडरपास / फ्लाईओवर नहीं रहने के कारण पांच गांव के लोगों को परेशानी हो रही है. जिसके कारण ग्रामीण वोट बहिष्कार करने की मंशा बना रहे हैं.

भदानीनगर थाना क्षेत्र के कुरसे गांव के लोगों ने लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार का निर्णय लिया है, कारण है रास्ता. ग्रामीणों की मांग है कि पांच गांव के लोग अवैध रूप से रेलवे लाइन क्रॉस कर रास्ते का उपयोग करते हैं. रेलवे प्रबंधन द्वारा रास्ते को समय समय पर अवैध क्रॉसिंग बता दोनों ओर पिलर लगा गड्डा कर बंद कर दिया जाता है. काफी दिनों से अंडर पास के लिए जनप्रतिनिधि, रेलवे आधिकारियों, सांसद को भी समस्या से अवगत कराया गया है. इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई. इसी को लेकर कुरसे में अंडर पास नहीं तो वोट नहीं की मांग को लेकर कुरसे शिव मंदिर के परिसर में ग्रामीणों की बैठक हुई. जिसमें सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया.

ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद ने उन्हें छला है. आवेदन देने को बोलते थे और पिछले 5 सालों तक हम लोग काफी आस लगाए हुए थे कि हम लोगों की वर्ष पुरानी मांग को सांसद पूरा करेंगे. लेकिन हम लोगों की मांग पूरी नहीं हुई. यह रेलवे क्रॉसिंग आज का नहीं है बल्कि वर्षों पुराना है. जब रेलवे का निर्माण हुआ और तब एकमात्र यही रास्ता था, जहां से लोग बैलगाड़ी से रेलवे ट्रैक के इधर से उधर होते थे. उस दौरान भी रेलवे विभाग द्वारा ग्रामीण पर एफआईआर तक की गई है और कई दुर्घटनाएं भी रेल ट्रैक पार करने के दौरान हो चुकी हैं. कई जान भी जा चुकी है. इसलिए हम लोग वोट का बहिष्कार करेंगे. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है. चार पहिया वाहनों को काफी लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को होती है.

Last Updated : Mar 10, 2024, 12:14 PM IST

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