जांजगीर चांपा:जांजगीर चांपा के जावलपुर गांव के सैंकड़ों ग्रामीण शुक्रवार को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करते नजर आए. गांव के सरपंच की अगुवाई में महिला-पुरुषों ने चक्काजाम किया. इन ग्रामीणों ने बलौदा-जांजगीर के बीच की जर्जर सड़क को बनवाने और इस मार्ग पर भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है. इसे लेकर गांववालों ने मोर्चा खोला. इस दौरान ग्रामीणों में भारी गुस्सा देखने को मिला.
भारी वाहनों से निकलने वाले धूल से लोग परेशान: जांजगीर चाम्पा जिले का बलौदा जांजगीर मार्ग जर्जर हो गया है. कोयले से भरा हाईवा काल की तरह गांव की सड़कों से गुजर रहा है. इस कारण धूल उड़ने से गांव के लोग बीमार हो रहे हैं. साथ ही छोटे वाहन चालक भारी वाहनों की चपेट में आ कर काल के गाल में समा रहे हैं. बलौदा से लेकर नैला तक 11 गांव ऐसे हैं, जहां के लोगों की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इस कारण शुक्रवार को गांव के लोगों ने जिला प्रशासन के खिलाफ घंटों चक्काजाम कर विरोध जताया.
जांजगीर में जर्जर सड़क के विरोध में चक्काजाम (ETV Bharat)
ग्रामीणों ने की सड़क मरम्मत की मांग: इस बारे में ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क से भारी वाहनों की आवाजाही पर या तो रोक लगे, या फिर इन वाहनों के आने-जाने का एक तय समय हो. साथ ही सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द की जाए. यहां खराब सड़क के कारण लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं.
विधायक और कलेक्टर से भी की मुलाकात:इस पूरे मामले में गांव के सरपंच का कहना है कि सड़क और भारी वाहनों के कारण धूल की समस्या को दूर करने की मांग को लेकर स्थानीय विधायक और ग्रामीणों ने कलेक्टर से मुलाकात की है. कलेक्टर ने सड़क की समस्या दूर करने और भारी वाहनों के प्रवेश के सम्बन्ध में शीघ्र उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया था, लेकिन जिला प्रशासन का आश्वासन अभी तक पूरा नहीं हुआ. इस कारण ग्रामीणों ने शासन प्रशासन का ध्यान अपनी समस्या पर आकर्षित करने के लिए शुक्रवार को चक्काजाम किया.
सड़क निर्माण के लिए भेजा गया प्रस्ताव:इस बारे में PWD के इंजीनियर सुनील शर्मा ने कहा कि हम ग्रामीणों की समस्या को लेकर सड़क पर बैठे हैं. सड़क की साल भर पहले मरम्मत कराई गई थी, लेकिन भारी वाहनों के चलने के कारण सड़क खराब हुई है. कई बार बोला गया है कि कोयला वाले वाहनों से डस्ट उड़ता है. उसे ढकने और सड़क पर पानी छिड़काव करने के लिए निर्देश दिए हैं, लेकिन नवम्बर तक सड़क में डामरीकरण करना संभव नहीं हैं. सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.
अपनी मांग पर अड़े रहे ग्रामीण: बलौदा थाना के तहसीलदार ने ग्रामीणों को समझाइस देने की कोशिश की. हालांकि ग्रामीण अपनी मांग को लेकर डंटे रहे. जिला प्रशासन से तहसीलदार और पीडब्लूडी के अधिकारी के साथ थाना प्रभारी प्रदर्शन की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे.