शिमला:हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार में कुछ मंत्रियों के पोर्टफोलियों में बदलाव किया है. खेल विभाग वापस लेने से नाराज चल PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह को अब शहरी विकास विभाग भी दिया गया है. वहीं राजेश धर्माणी को टीसीपी और हाउसिंग दिया गया है. हिमाचल सरकार ने शुक्रवार देर शाम एक बार फिर से कुछ मंत्रियों के पोर्टफोलियों में बदलाव किया है. प्रदेश की सुक्खू सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह का कद बड़ गया है. विक्रमादित्य सिंह को पीडब्ल्यूडी के साथ शहरी विकास विभाग भी दिया गया हैं. वहीं, बड़ा विभाग न मिलने से नाराज चल रहे राजेश धर्माणी अब तकनीकी शिक्षा विभाग के साथ टीसीपी विभाग और हाउसिंग भी देखेंगे. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी दिया गया है. उनसे तकनीकी शिक्षा विभाग वापस लेकर राजेश धर्माणी को दिया गया था. इस बारे में सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है. विक्रमादित्य सिंह को शहरी विकास जैसा बड़ा विभाग मिलने से कार्यकर्ताओं में भी उत्साह है. बता दें कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में दूसरी बार 12 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था. जिसमें घुमारवीं से विधायक राजेश धर्माणी और जयसिंहपुर के विधायक यादवेंद्र गोमा को मंत्री बनाया गया था.
विक्रमादित्य सिंह से खेल विभाग लिया गया था वापस:पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह को खेल विभाग का भी जिम्मा दिया गया था, लेकिन सुक्खू सरकार में दूसरी बार हुए मंत्रीमंडल विस्तार के बाद विक्रमादित्य. सिंह से खेल विभाग वापस लेकर यादवेंद्र गोमा को सौंपा गया था. ऐसे में खेल विभाग वापस लेने से विक्रमादित्य सिंह नाराज चल रहे थे. जिसको देखते हुए उन्हें अब शहरी विकास मंत्री से बड़े विभाग की जिम्मेवारी भी दी गई है. वहीं रोहित ठाकुर से तकनीकी शिक्षा विभाग वापस लेकर राजेश धर्माणी को दिया गया था. राजेश धर्माणी सीएम सुखविंदर सिंह के करीबी हैं. ऐसे में उन्हें बड़ा विभाग मिलने की उम्मीद थी. लेकिन आशा के मुताबिक कोई बड़ा विभाग न मिलने राजेश धर्माणी भी खुश नहीं थे. जिसके देखते हुए उन्हें अब टीसीपी के साथ हाउसिंग भी दिया गया है.