अजमेर: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरुवार को तीर्थ नगरी पुष्कर आए. उन्होंने यहां आयोजित राष्ट्रीय जाट महाधिवेशन में शिरकत की है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जाटों की पहचान किसान से है. मुझे भी लोग किसान पुत्र से जानते हैं. जाट समाज दूध की तरह है, जिसके साथ मिल जाए उसे ताकत देता है. उन्होंने कहा कि देश में जाट समाज आदर्श बने. उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उन्हें किसानों की समस्याओं के बारे में जानकारी है. इनके समाधान के लिए लिए मैं किसानों का सिपाही हूं.
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जगतपिता ब्रह्माजी के दर्शन किए. इसके बाद जाट विश्राम स्थली मंदिर में पूजा अर्चना भी की. पुष्कर की जाट विश्रामस्थली में आयोजित राष्ट्रीय जाट महाधिवेशन में अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसान की समस्या देश के किसी भी कोने में हो, मेरे दिल और दिमाग में रहती है. किसान की समस्या का निराकरण देरी से नहीं होना चाहिए. धनखड़ ने कहा कि इस संसार में जिंदा रहने के लिए सबसे ज्यादा आवश्यकता अन्न की है और किसान अन्नदाता है, इसलिए किसानों की समस्या त्वरित निदान होना चाहिए.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़. (ETV Bharat Ajmer) पढ़ें: यूनिकॉर्न नहीं इंडिकॉर्न बनाने होंगे, भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम अब सामाजिक संस्कृति: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
मेरे दरवाजे किसानों के लिए हमेशा खुले: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि किसानों की कुछ समस्याएं हैं. आपकी समस्याओं के समाधान के लिए मैं एक सिपाही हूं. मेरे दरवाजे किसानों के लिए 24 घंटे खुले हैं. हम मिल बैठकर समस्या का हल निकालेंगे. कार्यक्रम में नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा और जाट समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे.
जाट समाज बने आदर्श:उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश में अन्य समाजों के सामने जाट समाज आदर्श बने, इस संकल्प के साथ अपने घर जाएं. उन्होंने यह भी कहा कि समाज में लड़के लड़कियां बहुत योग्य है. मेरी बात पर विचार जरूर करें कि क्यों ना वे व्यापार क्षेत्र में भी जाए. सब्जी और फल के लिए आईआईटी वाले व्यापार में आ रहे हैं. आईएएस छोड़कर व्यापार में आ रहे हैं. व्यापार जाट समाज के डीएनए में है. इसके बारे में जरूर विचार करें.
पत्नी का संदेश भी सुनाया:उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपनी पत्नी सुदेश का संदेश भी मंच से सुनाया. इस संदेश में कहा गया कि 'मैं पुष्कर नहीं आ पाई, लेकिन मेरी भावना बता देना कि जो ताकत मुझमें और मेरी सभी माता बहनों में है, वह कारगर है'. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के पुष्कर कार्यक्रम के तहत जाट विश्राम स्थली के आसपास की सभी दुकान सुरक्षा की दृष्टि से बंद करवाई गई.