वाराणसी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अपने शैक्षिक व रिसर्च क्षमताओं को बढ़ाने के लिए लगभग 400 करोड़ रुपये की पांच बड़े और अहम प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखने जा रहा है. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 28 अक्टूबर को इन परियोजनाओं का फाउंडेशन रखेंगे. IIT-BHU के 13वें दीक्षांत समारोह के बाद परियोजनाओं से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
इस बीच IIT-BHU के 13वें दीक्षांत समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. इस बार मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रधान होंगे. IIT-BHU का 13वां दीक्षांत समारोह 28 अक्टूबर को मनाया जाना है. कार्यक्रम का आयोजन स्वतंत्रता भवन में सुबह 9 बजे से किया जाएगा. इस दौरान मेधावियों को पदक के साथ डिग्रियां प्रदान की जाएंगी. इस कार्यक्रम के बाद शैक्षणिक और अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाने के लिए लगभग 400 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी.
संस्थान में नवाचार को बढ़ावा देने का लक्ष्य:संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा ने बताया कि ये परियोजनाएं आईआईटी बीएचयू में नवाचार को बढ़ावा देने, अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाने और छात्रों और कर्मचारियों की सुविधाओं को सुधारने के लिए बनाई गई हैं. ये विकास आईआईटी बीएचयू की एक विश्व स्तरीय शैक्षणिक वातावरण बनाने और प्रौद्योगिकी एवं इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री, धर्मेंद्र प्रधान द्वारा इसकी आधारशिला रखी जाएगी.
ये परियोजनाएं हैं शामिल
सीआईआरपी-सेंटेनरी इनोवेशन एंड रिसर्च पार्क:यह ग्राउंड+6 फ्लोर का होगा. यह एक अत्याधुनिक भवन होगा, जिसमें कन्वेंशन एरिया, डिजिटल पुस्तकालय, समिति कक्ष, स्वागत क्षेत्र और प्रतीक्षा लॉन्ज, 16 यात्री क्षमता की लिफ्ट, एक मालवाहक लिफ्ट, प्रयोगशालाएं, संकाय चैंबर, शोध अधिकारियों के लिए हॉल और एक नियंत्रण कक्ष की सुविधा मिलेगी.