वाराणसी :प्रयागराज महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं को असुविधा से बचने के लिए अब अधिकारी खुद सड़क पर उतर आए हैं. भीड़ नियंत्रित करने के लिए अधिकारी औचक निरीक्षण कर रहे हैं. ऐसे में मंगलवार देर शाम घाटों पर निरीक्षण के लिए पहुंचे कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने गंगा आरती के नाम पर कमरे में बंधक बनाए गए श्रद्धालुओं को मुक्त कराने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है.
दरअसल मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और अपर पुलिस कमिश्नर डॉ. एस. चिनप्पा ने गोदौलिया होते हुए दशाश्वमेध, राजेन्द्र प्रसाद घाट समेत अन्य घाटों का स्थलीय निरीक्षण करने निकले थे. इस दौरान कई पॉइंट्स पर पुलिसवालों की तरफ से श्रद्धालुओं के साथ किया जा रहे हैं व्यवहार पर उन्होंने नाराजगी जताई थी और बाधाओं का तत्काल समाधान करने की हिदायत दी थी. इस दौरान जानकारी हुई थी कि कुछ लोगों द्वारा गंगा आरती के नाम पर श्रद्धालुओं से अवैध वसूली की जा रही है. जिसको संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज करते हुए संबंधित को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. आरोपी श्रद्धालुओं से 200-500 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से गंगा आरती के नाम पर वसूल कर रहे थे. इस मामले में पृथ्वी साहनी और उसके तीन सहयोगी लोगों द्वारा लगभग 20 श्रद्धालुओं को अहिल्या देवी घाट स्थित ऊंचे मंदिर पर ताला लगा कर बंधक बनाने की बात भी सामने आई. इस पर तत्काल एक्शन लेते हुए ताला तोड़ कर श्रद्धालुओं को छुड़वाया गया और सबके रुपये वापस दिलाए गए.
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए लाइन में लगे श्रद्धालुओं से समस्याएं पूछीं और मातहतों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. इसके अलावा गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक की दुकानों के कॉरिडोर और फुटपाथ अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की निर्देश दिए. मंडलायुक्त ने घाटों पर विशेष बैरिकेडिंग, गंगा घाट पर साफ-सफाई, रोशनी की व्यवस्था का भी निरीक्षण किया गया. साथ ही नगर निगम साफ सफाई रखने और बिजली विभाग को 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश हैं.