वाराणसीः बनारस (Varanasi) में पर्यटकों की बढ़ रही संख्या के बीच अब नया विवाद सामने आया है. बनारस के नाव (Boat) वालों ने देव दीपावली (Dev Deepawali 2024) पर नाव न चलाने की धमकी दी है. उनकी नाराजगी की आखिर वजह क्या है चलिए आगे जानते हैं.
नाराजगी की वजह क्या हैः वाराणसी में क्रूज का भी संचालन होता है. पहले सिर्फ एक अलकनंदा क्रूज वाराणसी में चलता था, लेकिन उसके बाद भागीरथी और दो अन्य क्रूज भी बनारस में गंगा की लहरों पर दौड़ने लगे हैं. इससे यहां के नाविकों को टेंशन है. इन सब के बीच देव दीपावली से पहले वाराणसी में एक आलीशान बंगाल गंगा क्रूज भी पहुंच गया है, जो वाराणसी के नमो घाट के पास खड़ा किया गया है. इसे लेकर मांझी समाज में जबरदस्त आक्रोश है.
क्रूज का संचालन बढ़ रहा हैः दरअसल वाराणसी में पर्यटकों की दृष्टि से उनकी सुरक्षा और ध्यान को रखते हुए क्रूज की संख्या बढ़ रही है. पहले से ही कई क्रूज का संचालन हो रहा है और कुछ नए क्रूज भी आ रहे हैं. दो दिन पहले वाराणसी में एक नया क्रूज कोलकाता से पहुंचा है. यह लग्जरी क्रूज वाराणसी से आसपास के जिलों मिर्जापुर, चुनार, चौबेपुर और अन्य पर्यटन स्थलों तक ले जाने की तैयारी है. कुंभ से पहले इसे प्रयागराज तक भी चलाया जा सकता है. हालांकि अभी इसका रूट निर्धारित नहीं है लेकिन इसके पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है.
क्रूज को नौकाओं से घेराः वाराणसी में शुक्रवार की शाम से ही मांझी समाज के लोगों ने नमो घाट के पास गंगा में खड़े क्रूज के चारों तरफ अपनी नौकाओं को खड़ा करके इसे अंदर लॉक कर दिया है. मांझी समाज के अध्यक्ष प्रमोद मांझी का कहना है कि हमारी रोजी-रोटी पर लगातार प्रहार किया जा रहा है. नविकों के पास नौका संचालन के अलावा कमाने का कोई जरिया नहीं है, लेकिन जिस तरह से क्रम की संख्या बढ़ रही है. उससे हमारी रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो रहा है. इसे देखते हुए अब मांझी समाज अपना विरोध दर्ज कराएगा.