वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नमो घाट के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वे देव दीपावली के इस अद्वितीय पर्व के साक्षी बन रहे हैं. उन्होंने गुरुनानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजाति गौरव दिवस की सभी को शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने काशी के विकास की सराहना करते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों में काशी ने अपने रूप और पहचान में अद्भुत बदलाव को देखा है. पहले जहां गंगा के जल को स्नान के लिए भी असुरक्षित माना जाता था, वहीं आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नमामी गंगे परियोजना के तहत किए गए प्रयासों के कारण जल आचमन के योग्य हो गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसे 'नमो घाट' के रूप में जाना जाता है, उसे काशी की जनता 'नरेन्द्र मोदी घाट' कहकर प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपना आभार प्रकट करती है. इस दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्य अतिथि समारोह में मौजूद रहे.
देश का सबसे लंबा और खूबसूरत घाट है 'नमो घाट' :सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से काशी की पहचान अब उसके स्वच्छ और सुंदर घाटों, विश्वनाथ धाम, चौड़ी फोर लेन और सिक्स लेन सड़कों, उत्कृष्ट ट्रेन कनेक्टिविटी और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसी तमाम परियोजनाओं से होती है. उन्होंने विशेष रूप से नमो घाट का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल एक घाट नहीं है बल्कि एक अद्वितीय स्थल है. पहले यह क्षेत्र गंदगी और अंधेरे में डूबा रहता था, जहां लोग आने से डरते थे, लेकिन अब यह सबसे सुंदर और लंबा घाट बन चुका है. यहां जी 20 शिखर सम्मेलन और काशी तमिल संगमम जैसे भव्य कार्यक्रम भी आयोजित हुए. मुख्यमंत्री ने बताया कि पांच साल पहले काशी विश्वनाथ धाम में मात्र 50 श्रद्धालु मुश्किल से दर्शन कर पाते थे, जबकि आज 50 हजार से अधिक श्रद्धालु आराम से दर्शन कर सकते हैं. विशेष अवसरों पर यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है. काशी के विकास और विरासत को विश्व स्तर पर एक नई पहचान मिली है.
काशी को विकास और विरासत के संगम के रूप में एक नई वैश्विक पहचान मिली है :मुख्यमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में काशी के बदलते स्वरूप की चर्चा करते हुए कहा कि काशीवासियों ने नये भारत के साथ काशी के नये कलेवर का अनुभव किया है. काशी को विकास और विरासत के संगम के रूप में एक नई वैश्विक पहचान मिली है, जिसका काशीवासियों ने अपनी आंखों से साक्षात्कार किया है. यहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर को नई गति मिली है और अनेक कार्य संपन्न हुए हैं. उन्होंने कहा कि देश का पहला वाटर वे जो हल्दिया तक जाता है, यहीं से शुरू होता है. सीएम योगी ने बताया कि काशी में 700 से अधिक नावें सीएनजी इंधन से संचालित होती हैं, जिससे प्रदूषण कम हुआ है. कहा कि नमो घाट के उद्घाटन ने देव दीपावली के आनंद को कई गुना बढ़ा दिया है. देव दीपावली को देवताओं की दीपावली बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से यह पर्व अब वैश्विक मंच पर विशेष पहचान बना चुका है.
इस अवसर पर उप राष्ट्रपति की पत्नी सुदेश धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, प्रदेश के स्टाम्प एवं पंजियन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी धर्मेन्द्र राय, हंसराज विश्वकर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, सुनील पटेल समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे.
उप राष्ट्रपति बोले-भारत सनातन की भूमि है और काशी इसका केंद्र : उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को विश्व के सबसे बड़े और सुंदर घाट 'नमो घाट' का भव्य उद्घाटन किया. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम के दौरान उप राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सनातन की भूमि है और काशी इसका केंद्र है. सनातन धर्म सभी को समाहित करता है और इसने आक्रमणकारियों को भी समाहित करने का कार्य किया है. यह हमें एकता और दृढ़ता की सीख देता है. उप राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि योगी जी अपनी लगन और निष्ठा से उत्तर प्रदेश को उद्यम प्रदेश बनाकर इसे सर्वोच्च प्रदेश बनाने की दिशा में अग्रसर हैं. उन्होंने कहा कि संरक्षण, सृजन, दूरदर्शी और सराहनीय विकास के लिए जिस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी समर्पित हैं, उत्तर प्रदेश में यही काम तपस्वी के रूप में योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं. वहीं उन्होंने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे उनके मार्गदर्शन का लाभ कई अवसरों पर मिला है.