वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सरसुंदर लाल अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ दूसरे दिन भी अपना प्रदर्शन जारी रखा है. जिससे वहां पहुंच रहे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वही, लगभग 800 की संख्या में नर्सिंग स्टाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ लगातार नारेबाजी भी की जा रही है.
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल नर्सिंग स्टाफ के कर्मचारी की काम करने के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. जिसके बाद देर शाम से सभी नर्सिंग स्टाफ काम छोड़कर प्रदर्शन पर बैठ गए हैं. इस मामले में अस्पताल प्रशासन की चुप्पी से पूरे नर्सिंग स्टाफ में आक्रोश है. स्टाफ ने अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना का भी आरोप लगाया था.
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नर्सिंग स्टाफ की प्रमुख मांग कुछ इस प्रकार है: सबसे पहले की मृतक खेमचंद के परिवार को 5 करोड रुपए का मुआवजा दिया जाए. उसके साथ ही उसके परिवार के एक सदस्य को बीएचयू में नौकरी दी जाए. इसके बाद उसके बच्चों की पढ़ाई की पूरी जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन द्वारा पूर्ण की जाए.उसके आर्थिक शरीर को अस्पताल अपने खर्चे पर उसके मूल गांव राजस्थान भेजे. और उसकी जॉइनिंग से लेकर अब तक उसकी नौकरी परमानेंट मानी जाए. इसी प्रकार के मांगों को लेकर नर्सिंग स्टाफ धरने पर बैठे हैं.
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