दुर्ग भिलाई : छत्तीसगढ़ में बजरंग दल ने वैलेंटाइन डे का विरोध करते हुए इसे काला दिवस बताया है. बजरंगियों का कहना है कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले में हमारे देश के जवान शहीद हुए थे. इसलिए इस दिन जश्न मनाना देशभक्ति के खिलाफ है. उन्होंने लोगों से अपील किया कि इस दिन को शहीदों की याद में समर्पित करें और मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाएं.
वैलेंटाइन डे को बताया काला दिवस : बजरंग दल के कार्यकर्ता आज दुर्ग भिलाई के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, पार्कों और मैत्री बाग में पहुंचे. इस दौरान वहीं वैलेंटाइन डे मनाने आए कपल्स को बजरंगियों ने रोका और उन्हें समझाइश दी. उन्होंने कहा कि प्यार का इजहार करने के लिए साल के 364 दिन होते हैं, लेकिन 14 फरवरी को इसे मनाना शहीदों के बलिदान के प्रति अनादर है. संगठन ने वैलेंटाइन डे को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताते हुए इसे पश्चिमी सभ्यता का प्रभाव करार दिया.
वैलेंटाइन डे पर बजरंग दल का विरोध प्रदर्शन (ETV Bharat Chhattisgarh)
हम इस दिन का विरोध इसलिए करते हैं क्योंकि हमें अपनी संस्कृति की रक्षा करनी है. हमें गुंडा कहा जाता है, लेकिन हमारी वजह से समाज में कई अशोभनीय गतिविधियां रुकती है. हमें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं. हम समाज के हित में काम करते रहेंगे : रवि निगम, विभाग संयोजक, बजरंग दल
पश्चिमी पर्व के खिलाफ बजरंग दल की अपील : बजरंग दल ने लोगों से आग्रह किया कि वे इस दिन अपने माता-पिता के प्रति प्रेम और सम्मान व्यक्त करें, क्योंकि भारतीय संस्कृति में माता-पिता का स्थान सर्वोच्च है. संगठन का मानना है कि पश्चिमी देशों से आयातित पर्व हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचा रहे हैं और युवाओं को गुमराह कर रहे हैं.
बजरंग दल की कार्रवाई पर लोगों का रिएक्शन : बजरंग दल की इस कार्रवाई पर समाज में मिली जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है. कुछ लोगों ने इसे भारतीय संस्कृति की रक्षा का प्रयास बताया. वहीं कुछ ने इसे अनावश्यक हस्तक्षेप और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन माना है. कुछ युवाओं का कहना था कि प्रेम एक व्यक्तिगत भावना है और इसे मनाने से किसी की देशभक्ति पर सवाल नहीं उठाया जा सकता.