गया: बिहार में लोकसभा चुनाव 2024के लिए टिकट बंटवारे में उपेक्षा से गया के वैश्य समाज में असंतोष सामने आया है. वैश्य समाज से जुड़े नेताओं ने विभिन्न राजनीतिक दलों पर इस समाज को टिकट देने में उपेक्षा का आरोप लगाया है. प्रेस वार्ता कर इस संबंध में गया जिला तैलिक साहू सभा के जिला अध्यक्ष संजू साव ने कहा कि हमें भाजपा का परंपरागत वोट बैंक माना जाता रहा है, लेकिन लोकसभा के टिकट बंटवारे में वैश्य समाज के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है. इससे हम लोग ठगा महसूस कर रहे हैं.
'बीजेपी कर रही वैश्य समाज की उपेक्षा': 22% आबादी लेकिन राजनीतिक दल कर रहे हैं अपेक्षा : संजू साव ने कहा है कि लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और विधान परिषद चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व भी नहीं दिया जा रहा है, जिससे वैश्य समाज के लोगों में असंतोष व्याप्त है. भाजपा को लेकर कहा कि यही स्थिति रही तो इस पार्टी से वैश्य समाज का मोह भंग हो जाएगा. अब वैश्य समाज के के लोग उपेक्षा को बर्दाश्त नहीं करेंगे. वहीं, विभिन्न राजनीतिक दल भी वैश्य समाज को अपेक्षित रखते हैं.
वैश्य समाज दिखाएगा एकजुटता: कहा कि आने वाले दिनों में हम लोग उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे और एकजुुटता दिखा हक लेकर रहेंगे. कहा कि 7 अप्रैल को बोधगया के महाबोध संस्कृति केंद्र में संपूर्ण वैश्य समाज के लोगों के साथ चिंतन बैठक आयोजित की गई है, जिसमें 2025 के विधानसभा चुनाव में वैश्य समाज की अधिक भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी.