देहरादून: 4 जून की सुबह 8 बजे से होने वाली मतगणना को लेकर निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ सोमवार को बैठक की. बैठक के दौरान निर्वाचन आयोग की ओर से सभी राजनीतिक दलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि ईवीएम का स्ट्रांग रूम के खुलने के दौरान राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे. साथ ही इस बाबत भी निर्देश दिए गए हैं की काउंटिंग सेंटर से 100 मीटर के भीतर वाहनों की अनुमति नहीं होगी. राजनीतिक पार्टियों की ओर से जिस भी कार्यकर्ता को निर्वाचन व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है उनको तभी अनुमति दी जाएगी जब उनके पास ऑथराइज्ड पास होगा.
काउंटिंग के लिए 27 आब्जर्वर तैनात:ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया निर्वाचन आयोग की तरफ से 27 आब्जर्वर तैनात किए गए हैं. जिसके तहत 2 दिन पहले ही ऑब्जर्वर उत्तराखंड पहुंच गए हैं. ऑब्जर्वर का मुख्य काम भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तय किए गए नियमों के तहत मतगणना की प्रक्रिया संपन्न करवाना है. मतगणना संपन्न होने के बाद आब्जर्वर के सिग्नेचर के बाद ही चुनाव नतीजे घोषित किए जाते हैं. स्ट्रांग रूम में रखे गए ईवीएम को जब मतगणना के लिए बाहर निकल जाएगा तो उसे दौरान वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
प्रदेशभर में लगाये गये 884 टेबल: प्रदेश भर में मतगणना के लिए 884 टेबल लगाए गए हैं. पोस्टल बैलेट के लिए 334 टेबल लगाए गए हैं. हर विधानसभा सीट के अनुसार अधिकतम 14 टेबल लगाई गई हैं. हर टेबल पर तीन कर्मचारियों की तैनाती की गई है. इसके अलावा प्रदेश भर में करीब 20 फीसदी अतिरिक्त कर्मचारी रिजर्व में रखे गए हैं. जिससे इमरजेंसी के दौरान इन कर्मचारियों को तैनाती की जा सके. हरिद्वार लोकसभा सीट के पिरान कलियर विधानसभा सीट पर सबसे कम 8 टेबल ईवीएम से मतों की गणना के लिए लगाई गई हैं.