बेतिया:यूपीएससी निकालकर शहंशाह सिद्दीकी ने पूरे बेतिया जिले का नाम रोशन किया है. वह नरकटियागंज के नगर वार्ड संख्या 3 निवासी सेवानिवृत शिक्षक मोहम्मद रिजवनुल्लाह और मां शबरून नेशा के पुत्र हैं. शहंशाह ने अपने छठे प्रयास में सफलता हासिल की है. वे चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रहे थे. अब आईएएस बनकर देश व समाज की सेवा करेंगे.
762वां रैंक हासिल किया:शहंशाह सिद्दिकी ने यूपीएससी परीक्षा में पूरे देश में 762वां रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बनकर अपने पिता के सपने को साकार करके दिखा दिया है. शहंशाह सिद्दिकी के पिता मो. रिजवानुल्लाह रिटायर शिक्षक हैं और उनकी मां शबरून नेशा गृहिणी हैं. अपनी इस कामयाबी का श्रेय शहंशाह ने अपने माता-पिता व भाई शाहनवाज रिजवान व अपने गुरुजनों को दिया है. शहंशाह ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई नगर के ही प्लस टू उच्च विद्यालय से किया. इंटर तक की पढ़ाई उन्होंने टीपी वर्मा कालेज से किया. उसके बाद वह दिल्ली चले गये.
चार साल से कर रहे थे पत्रकारिता: शहशांह सिद्दीकी ने बताया कि वह चेन्नई के विनायक मिशन यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. इसके बाद वह पत्रकारिता जगत से जुड़ गए. उन्होंने एक न्यूज नेटवर्क में टीवी पत्रकारिता के क्षेत्र में चार सालों तक काम किया. शहंशाह तीन भाई हैं. उनके बड़े भाई शहनवाज रिजवान सामाजिक कार्यकर्ता हैं. जबकि छोटा भाई आजाद पढ़ाई कर रहा है. वहीं सबसे छोटी बहन खालिदा यास्मीन भी पढ़ाई कर रही हैं.
जिले का नाम रोशन किया:बेतिया के शहंशाह सिद्दिकी ने UPSC जैसे कठिन परीक्षा को छठे प्रयास में सफलता हासिल की है. शहंशाह ने अपने छठे प्रयास में देश के सबसे कठिन माने जाने वाले इस परीक्षा को पास किया है. यूपीएससी ने जब मंगलवार को फाइनल रिजल्ट जारी किया तो शहंशाह के घर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. पूरे परिवार वाले एक दूसरे को मिठाई खिलाते नजर आए.