मनेंद्रगढ़:अस्पताल में मरीज की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ. अस्पताल में भीड़ देखकर मौके पर तहसीलदार भी पहुंचे. तहसीलदार ने मरीजों से हंगामे की वजह पूछी. इस बीच मरीज के परिजन से तहसीलदार की तीखी बहस हो गई. आरोप है कि तहसीलदार ने मृतक मरीज के भाई को कुछ कह दिया. इस बात से वहां मौजूद परिजन नाराज हो गए. हंगामा इतना बढ़ा कि बाद में झगराखांड पुलिस आकर मैदान संभालना पड़ा. परिजनों का आरोप है कि तहसीलदार ने उनके साथ बदतमीजी की. इस मुद्दे पर तहसीलाद की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
तहसीलदार पर बदतमीजी का आरोप:परिजनों का कहना है कि पेट दर्द की शिकायत पर युवक अस्पताल में भर्ती हुआ. इलाज के तीन बाद उसकी मौत हो गई. गम में डूबे परिजन अस्पताल में रो रहे थे. इसी दौरान वहां से तहसीलदार साहब गुजरे. आरोप है कि तहसीलदार ने परिजनों के साथ बदतमीजी की. इस बार से नाराज मृतक के परिवार वाले भड़क गए. लोगों ने जमकर खरी खोटी तहसीलदार को सुनाई. मौके पर मौजूद बीजेपी और कांग्रेस के पार्षदों ने भी तहसीलदार को नसीहत दी. हंगामा बढ़ते देख झगराखांड पुलिस भी मौके पर आ गई.
नाराज परिजनों ने नहीं लिया शव वाहन: मौत के बाद शव को ले जाने के लिए शव वाहन खड़ा था. नाराज परिजनों ने शव वाहन लेने से मना कर दिया. परिजन शव को ऑटो में रखकर अपने साथ ले गए. मृतक युवक के भाई ने थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में फरियादी ने तहसीलदार साबह पर बदतमीजी और अपशब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. पीड़ित ने पुलिस से न्याय देने की भी मांग की है.
''मेरी बहन रितिक सिंह की मौत अस्पताल में हो गई. हम लोग मौत पर गम में डूबे थे. मौके पर मनेंद्रगढ़ के तहसीलदार पुहंचे और मेरे और मेरे परिजनों के साथ गाली गलौच शुरु कर दिया. मैं तहसीलदार साहब के इस व्यवहार से काफी आहत हुआ. मैं चाहता हूं पुलिस अब मुझे इस मामले में न्याय दे''. - अमित सिंह, फरियादी