रांचीः भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक तरफ लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए के नेताओं के द्वारा रणनीति बनाई जा रही थी. वहीं दूसरी तरफ चतरा से बीजेपी के द्वारा घोषित प्रत्याशी कालीचरण सिंह के विरोध में नारेबाजी हो रही थी.
लोकसभा चुनाव लड़ने की उम्मीद में बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले राजधानी यादव मंगलवार को अपनी ही पार्टी के नेता से खासे नाराज दिखे. रांची में भाजपा प्रदेश कार्यालय के समक्ष बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ राजधानी यादव यहां पहुंचे. उन्होंने ने गणेश परिक्रमा करने वाले दूसरे दल से आए नेता को प्रत्याशी बनाए जाने पर खुलकर नाराजगी जताई.
बंद कमरे में बीजेपी प्रदेश प्रभारी ने राजधानी यादव से की बात
भाजपा प्रदेश कार्यालय में नारेबाजी के बीच राजधानी यादव को बीजेपी प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी का बुलावा आया. संगठन महामंत्री कक्ष में राजधानी यादव के साथ करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई. बंद कमरे में हुई बातचीत में राजधानी यादव ने कहा कि उन्होंने 40 वर्षों तक पार्टी के लिए काम किया. विधानसभा से लेकर लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. चतरा से टिकट की दौड़ में सबसे आगे मेरा नाम था मगर ऐन वक्त पर मुझे मौका नहीं दिया गया और गणेश परिक्रमा करने वाले को पार्टी ने प्रत्याशी बना दिया.
भाजपा प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी और संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने उनके प्रोफाइल को मंगवाकर देखा और केंद्रीय नेतृत्व से बात करने का आश्वासन देकर उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश की. बीजेपी प्रदेश प्रभारी से जब राजधानी यादव की नाराजगी और उसके समाधान के बारे में पूछा गया तो वे इसे टालते नजर आए. वहीं राजधानी यादव के समर्थक पार्टी कार्यालय के अंदर जमे रहे और नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं का कहना है कि चतरा सीट को बेचा गया है और समर्पित कार्यकर्ता का अनदेखी की गई है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.