लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय है, जिसकी वजह से प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है. प्रदेश की प्रमुख नदियां खतरे के निशान के आसपास तथा कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर चल रही हैं. प्रदेश के लगभग आठ जिले बाढ़ की चपेट में हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर रहे हैं. प्रशासन को राहत व बचाव कार्य में लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं. मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को भी उत्तर प्रदेश के लगभग 44 जिलों में भारी बारिश तथा गरज चमक के साथ बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है.
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, एसआर नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, एसके नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर श्रावस्ती, बहराइच लखीमपुर खीरी, सीतापुर, अमेठी सुल्तानपुर, अयोध्या अंबेडकर नगर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, अमरोहा मुरादाबाद रामपुर, बरेली, पीलीभीत में भारी वर्षा होने की संभावना है. सभी जनपदों में मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की भी संभावना है.
बारिश के आंकड़ों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश आगे:पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 10.4 के सापेक्ष 5 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो 52% कम है. वहीं 1 जून से 11 जुलाई तक उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 179.8 मिलीमीटर के सापेक्ष 218.4 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 21% अधिक है. बात की जाए पूर्वी उत्तर प्रदेश में तो गुरुवार को अनुमानित बारिश 11.6 के सापेक्ष 6 मिमी रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 48% कम है.
वहीं 1 जून से 11 जुलाई तक अनुमानित बारिश 199.3 के सापेक्ष 228.5 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 15% अधिक है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में अनुमानित बारिश 8.7 के सापेक्ष 3.6 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 59% कम है. वहीं 1 जून से 11 जुलाई तक अनुमानित बारिश 152.4 मिली मीटर के सापेक्ष 203.2 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 34% अधिक है.