लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता और यागी तूफान का प्रभाव लोगों पर आफत बनकर बरस रहा है. पिछले 24 घंटे में यूपी के ज्यादातर जिलों में मूसलाधार बारिश देखने को मिली है. सामान्य से 75 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है. भारी बारिश और तूफान के प्रभाव के चलते कई जगह मकान ढह गए, तो कहीं-कहीं पेड़ गिरने और सड़कें धंसने की खबरें सामने आई हैं.
जिन-जिन जिलों में बारिश हो रही है वहां की सड़कें तालाब बन गई हैं. पानी घरों में घुस गया है. 8 जिलों में बाढ़ का प्रकोप एक बार फिर से देखने को मिल रहा है. वहीं, भारी बारिश के चलते ट्रेनों की रफ्तार पर भी असर पड़ा है. ट्रेनों के धीमी गति से चलाया जा रहा है. जिसके चलते ट्रेनें गंतव्य पर देरी से पहुंच रही हैं. कुल मिलाकर 24 घंटे की बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त सा हो गया है.
झांसी में टापू पर फंसे परिवार और बच्चे:झांसी में लगातार हुई तेज वारिश से चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है. जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. नाले उफान पर आ गए हैं. इसके चलते जगह-जगह टापू बन गए हैं. इन्हीं टापू पर एक ही परिवार के करीब 15 लोग फंस गए. इनमें बच्चे भी शामिल थे. सूचना पर पहुंचे एसडीएम ने गोताखोरों की मदद से 3 लोगों को सकुशल टापू से निकाल लिया है. लगातार पानी का बहाव बढ़ते जाने के कारण जिलाधिकारी द्वारा इटावा से एसडीआरएफ की टीम को बुलाकर बाकी ग्रामीणों को सकुशल बाहर निकाला गया.
इटावा से बुलानी पड़ी SDRF की टीम: एसडीएम अजय कुमार ने बताया की तहसील के बंगरा बंगरी गांव के कुछ लोग श्मशान के पास बने टापू के पास रहते हैं. जबकि उनका अच्छा मकान गांव में ही बना है. फिर की महीने में कुछ समय के लिए टापू पर चले जाते हैं. पिछले 24 घंटे से लगातार तेज बारिश हो रही है. जिसके कारण पास से निकले नाले में पानी बढ़ने लगा. पानी बढ़ता देख इनका बेटा इनको लेने के लिए भी गया था.
लेकिन, ये लोग नहीं आए और टापू पर फंस गए. सूचना मिलने पर वह खुद तहसीलदार मोहनलाल गुप्ता पहुंचे. पुलिस और अग्निशमन की टीम के साथ मिलकर इनको निकालने का काफी प्रयास किया. लेकिन, बहाव तेज होने और लगातार पानी बढ़ने से दिक्कत हो रही है. फिर इटावा से रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. कड़ी मेहनत के बाद टापू पर फंसे सभी महिला पुरुष और बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया.
झांसी में दीवार गिरने से एक की मौत:झांसी में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के चलते एक मकान की दीवार भरभरा कर गिर गई, जिसमें दीवार के पास बैठे एक व्यक्ति की मलबे में दबकर मौत हो गई. सूचना पर पहुंचे प्रशासन ने मालबे को हटाने का कार्य शुरू कर दिया है. फिलहाल मकान के मलबे में किसी और के दबे होने की सूचना नहीं है.
बारिश ने ट्रेनों की रफ्तार पर डाला असर: बारिश से रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है. ट्रेनों की रफ्तार भी सुस्त हो गई है. पहले से लेट चल रहीं ट्रेनें और लेट हो गईं. बुधवार को झांसी मंडल के कई रेलखंड में ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है. ललितपुर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में रात से हो रही बारिश के चलते ट्रैक पर पानी आ गया. इससे रेलवे को एहतियातन ट्रेनों की गति कम करनी पड़ी. वहीं, ट्रैक पर फिसलन होने के चलते भी रफ्तार पर असर देखने को मिल रहा है. झांसी में भी स्टेशन के बाहर काफी जल भराव देखने को मिला. वहीं ट्रैक पर भी पटरियां पूरी तरह जन्मग्न दिखीं.
इन ट्रेनों पर पड़ा असर: छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति 6 घंटे, यशवंतपुर संपर्क क्रांति 2 घंटे, जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस 2 घंटे, चेन्नई दूरंतो 4 घंटे, जबलपुर-कटरा 4 घंटे, जबलपुर-कटरा स्पेशल 4 घंटे, मंगला एक्सप्रेस 3 घंटे, शताब्दी एक्सप्रेस 50 मिनट, कटरा-जबलपुर स्पेशल 7 घंटे, अंबेडकर नगर एक्सप्रेस 8 घंटे, उत्कल एक्सप्रेस 2 घंटे और सचखंड 2 घंटे की देरी से झांसी पहुंची. पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि झांसी-ललितपुर रेलमार्ग पर कुछ खंड ऐसा है, जहां बारिश का पानी भर जाता है, लेकिन इससे रेल संचालन पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ता.