लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें बीच सफर में धोखा दे रही हैं. चालक परिचालक जब अधिकारियों से बस खराब होने पर मदद मांगते हैं, तो तत्काल मदद भी नहीं मिलती है.ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें रोडवेज की एक बस का बीच सफर में टायर पंक्चर हो गया. इसके बाद चालक परिचालक के पास पैसे न होने पर यात्रियों ने चंदा इकट्ठा कर टायर बनवाया. इसके बाद बस आगे के लिए रवाना हुई. परिवहन निगम की जांच में सामने आया, कि चालक परिचालकों की लापरवाही से टायर में कट लगा. इसके बाद ड्राइवर कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया गया.
मामला अवध बस स्टेशन से रूपैडिहा जा रही बस का है. यात्री नीरज गौड़ ने बताया, कि बस संख्या यूपी 53 डीटी 4610 अवध स्टेशन से रूपैडिहा के लिए रवाना हुई. इसमें नानपारा, बहराइच और रूपैडिहा के साथ ही रास्ते के अन्य यात्री थे. बीच राह में यह बस जब पंक्चर हो गई, तो इसे मैकेनिक के पास ले जाकर दिखया गया. पंक्चर के साथ ही बस का ट्यूब भी खराब निकला. चालक ने टायर बदलने के लिए स्टेपनी निकाली तो उसका नट फ्री हो गया, जिससे टायर नहीं खुल सका. इसके बाद चालक ने रोडवेज अधिकारियों से बात की तो उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया. मैकेनिक ने टायर, ट्यूब की मरम्मत पर 1100 रुपये का खर्च बताया. इस पर यात्रियों ने चंदा जुटाया, जिसके बाद टायर-ट्यूब ठीक हुआ और बस आगे के लिए रवाना हुई.
इसे भी पढ़े-यूपी रोडवेज के ड्राइवर-कंडक्टर की नहीं लग रही ड्यूटी; कई रूटों पर घटी सर्विस, वर्कशॉप में खड़ी हैं 50 से ज्यादा बसें - UP Roadways