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देश में पहली बार इस शहर में एक ही ट्रैक पर दौड़ेंगी नमो भारत-मेट्रो ट्रेन, बन रहा सबसे बड़ा RRTS अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन - Begumpul RRTS Underground Station - BEGUMPUL RRTS UNDERGROUND STATION

मेरठ के बेगमपुल इलाके में जिले का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन तैयार कराया जा रहा है. यहां एक ही ट्रैक पर यात्रियों को नमो भारत और मेट्रो ट्रेन की सेवाएं मिल सकेंगी. कई मायने में यह स्टेशन बेहद खास होगा.

स्टेशन पर एक ही ट्रैक पर दौड़ेंगी नमो भारत व मेट्रो ट्रेन.
स्टेशन पर एक ही ट्रैक पर दौड़ेंगी नमो भारत व मेट्रो ट्रेन. (PHOTO Credit; Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 15, 2024, 10:58 AM IST

मेरठ : शहर के बड़े व्यापारिक केंद्र कहे जाने वाले बेगमपुल इलाके में जिले का सबसे बड़ा आरआरटीएस अंडरग्राउंड स्टेशन बनाया जा रहा है. इस स्टेशन में मेरठ के अन्य स्टेशनों से सबसे ज्यादा प्रवेश/निकास द्वार बनाए गए हैं. यहां से यात्रियों को नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों प्रकार की ट्रेनों की सुविधाएं मिल सकेंगी. अहम बात यह है कि देश में पहली बार इस स्टेशन से एक ही ट्रैक पर ये दोनों ट्रेने चलेंगी.

बेगमपुल में रोजाना बड़ी संख्या में लोग अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए आते हैं. ये स्टेशन बाजार के बीचों-बीच स्थित है. ट्रेनों का संचालन शुरू होने से लोगों के लिए काफी सुविधाजनक हो जाएगा. बेगमपुल मेरठ में नमो भारत ट्रेन का एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन होगा, इसमें 4 प्रवेश-निकास द्वार हैं. पहले प्रवेश/निकास द्वार का निर्माण अबू लेन की तरफ से आने-जाने वालों को ध्यान में रखकर किया गया है.

अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन कई मायने में बहुत खास है. (PHOTO Credit; Etv Bharat)

दूसरा प्रवेश/निकास द्वार सोतीगंज की तरफ से पहुंचने वाले लोगों के लिए बनाया जाएगा. तीसरा गेट नेशनल इंटर कॉलेज की ओर बन रहा है जबकि आखिरी व चौथा प्रवेश/निकास द्वार मेरठ कैंट के क्षेत्र की ओर बनाया जा रहा है. यात्री स्टेशन के चारों ओर बनाए जा रहे चार प्रवेश/निकास द्वारों से स्टेशन आ और जा सकेंगे. वे ना सिर्फ मेट्रो से मेरठ शहर के अंदर बल्कि आगे नमो भारत ट्रेन से गाजियाबाद या दिल्ली तक की यात्रा भी इस स्टेशन से कर सकेंगे.

बेगमपुल स्टेशन की लंबाई लगभग 246 मीटर और चौड़ाई करीब 24.5 मीटर है. स्टेशन की गहराई करीब 22 मीटर है. इतनी गहराई के बावजूद यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा गया है और प्रत्येक प्रवेश-निकास द्वार पर एक लेवल से दूसरे लेवल पर आने-जाने को अलग-अलग जगहों पर कुल 20 एस्केलेटर्स का प्रावधान है. इनमें से 13 लगाए जा चुके हैं. स्टेशन पर सीढ़ियों के साथ-साथ पांच लिफ्ट का निर्माण भी किया जाएगा, जिनका कार्य प्रगति पर है.

यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है. (PHOTO Credit; Etv Bharat)

एनसीआरटीसी ने मेडिकल संबंधी सहायता के लिए भी स्टेशनों को तैयार किया है. प्रत्येक स्टेशन पर ऐसी लिफ्ट बनाई गईं हैं, जिनका आकार बड़ा है ताकि मेडिकल संबंधी सहायता के लिए जरूरत पड़ने पर इसमें स्ट्रेचर आदि भी ले जाया जा सके. इतना ही नहीं, ट्रेन में भी स्ट्रेचर ले जाने की सुविधा है. बेगमपुल स्टेशन में चार लेवल हैं. ग्राउंड के अलावा, मेजनाइन, कॉनकोर्स और प्लैटफार्म लेवल. कॉनकोर्स लेवेल पर यात्री संबंधी सुविधाएं होंगी. यात्री सुरक्षा जांच के बाद एएफसी गेट से अंदर जा सकेंगे.

प्लेटफार्म लेवेल आइलेंड टाइप का होगा. यहां दोनों दिशा में जाने के लिए ट्रेन मिलेगी. बेगमपुल स्टेशन पर टनल का काम पहले ही पूरा हो चुका है. तकनीकी कमरे भी लगभग तैयार हैं. स्टेशन के भीतर सीढ़ियां भी लगभग तैयार कर दी गई हैं. इसके अलावा फर्श, फिनिशिंग आदि का कार्य प्रगति पर है. वातानुकूलन के लिए एसी डक्ट्स भी लगाए जा चुके हैं. बेगमपुल स्टेशन पर दो ट्रैक बनाए जा रहे हैं.

अप-लाइन पर ट्रैक डाला जा चुका है, जिसका इंस्टॉलेशन प्रगति पर है. इसे इस तरह बनाया जा रहा है की इस स्टेशन पर एक साथ नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो को संचालित किया जा सके. ऐसा देश में पहली बार होगा कि नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों एक ही ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी. बेगमपुल के अलावा मेरठ मे मेरठ सेंट्रल और भैंसाली भी अंडरग्राउंड स्टेशन हैं लेकिन उन पर केवल मेरठ मेट्रो की सुविधा मिलेगी.

कई प्रवेश और निकास द्वार की मिलेगी सुविधा. (PHOTO Credit; Etv Bharat)

नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सुविधा शहर में मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशन पर ही मिलेगी. मेरठ मेट्रो के लिए 23 किलोमीटर के सेक्शन में शहर में कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. इनमें से मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड हैं, बाकी एलिवेटेड हैं. मेरठ मेट्रो का संचालन आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे पर ही किया जाएगा, जो देश में पहली बार है. आरआरटीएस और मेरठ मेट्रो की पूरी परियोजना को अगले साल तक चालू करने का लक्ष्य निर्धारित है.

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