लखनऊ:राजधानी के विकास के नाम पर प्रदेश की योगी सरकार ने अकबरनगर के निवासियों के मकान तोड़ दिए और उन्हें बसंत कुंज में विस्थापित कर दिया. अब उनका जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. इंद्रप्रस्थनगर, पंतनगर, खुर्रमनगर, अबरारनगर, शिवानी बिहार के निवासियों को भी बेघर किए जाने की योजना थी. यह बात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय गुरुवार शाम को अकबरनगर कॉलोनी के विस्थापित लोगों से मिलने के दौरान कहीं.
अजय राय ने कहा कि अकबर नगर के लोग वहां आस-पास काम कर अपनी आजीविका चलाते थे, लेकिन शहर से सुदूर विस्थापित किए जाने के कारण वहां तक पहुंचाना इन लोगों के लिए कष्टकारी हो गया है. अब हालात यह हो गए हैं कि आज उन्हें 15-15 किलोमीटर दूर जाकर काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करने को मजबूर होना पड़ रहा है. शहर आने के लिए उन लोगों को 100 से 200 रुपये का किराया खर्च करना पड़ रहा है, जो महंगाई के इस दौर में एक अतिरिक्त बोझ है.
मुआवजा देने की बजाय पांच लाख रुपये मांग रही सरकार :विस्थापित लोगों से मिलने पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधियों से वसंत कुंज में रहने वाले लोगों ने अपनी समस्याएं साझा कीं. लोगों को कहना था कि विस्थापित किए जाने के बाद सरकार उनसे नए मकान के एवज में पांच लाख रुपये मांग रही है. लोगों ने बताया कि यहां रोजी-रोटी कमाने का कोई भी जरिया नहीं है. ऐसी स्थिति में हम यहां रोजगार एवं साधन के अभाव में भूखे मरने को मजबूर हैं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को लोगों ने बताया कि न तो यहां पर कोई सरकारी स्कूल है, न कोई सरकारी अस्पताल, बिजली अपनी मर्जी से आती जाती है. मूलभूत सुविधाओं के नाम पर महज वादे और जुमले सुनाए जा रहे हैं. बता दें, विस्थापितों में इशरत अली सहित अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार की कोई भी मदद नहीं की गई है.
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख दिलाने के लिए योगी सरकार से मांग की है. इस मौके पर सदस्य एआईसीसी ललन कुमार, मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष श्रीवास्तव हिंदवी, जियाराम वर्मा, पुष्पेंद्र श्रीवास्तव, अनामिका यादव, डॉ. रिचा शर्मा, मेहताब जायसी, केके शुक्ला, सलमान बशर, अरशद आजमी आदि मौजूद रहे.