आगरा: ताजनगरी आगरा में एक कॉलेज संचालक के कंप्यूटर ऑपरेटर बेटे ने परीक्षा से पहले ही यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट गणित और जीव विज्ञान के पेपर के फोटोज खींच लिए थे. उन्हें परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद वाट्सएप पर बने ऑल प्रिंसिपल ग्रुप में वायरल किया था.
मामले में डीआईओएस आगरा ने फतेहपुर सीकरी थाने में गांव रोझौली स्थित श्री अतर सिंह इंटर कॉलेज के प्रबंधक व प्रिंसिपल राजेंद्र सिंह उर्फ हुड्डा, उसके बेटे कंप्यूटर ऑपरेटर विनय चौधरी, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह और स्टेटिक मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था.
पुलिस ने गुरुवार देर रात आरोपी कॉलेज प्रबंधक राजेंद्र सिंह उर्फ हुड्डा को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की टीमें कॉलेज संचालक के कंप्यूटर ऑपरेटर बेटे की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है. मगर, पेपर को लेकर असमंजस बना हुआ है कि पेपर निरस्त होगा या नहीं.
बता दें कि, यूपी बोर्ड परीक्षा में गुरुवार को दोपहर की दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की जीव विज्ञान और गणित की परीक्षा थी. दोपहर 2 से शाम 5ः15 बजे तक पेपर था. इसके साथ ही हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में कृषि का प्रश्न पत्र भी था.
गुरुवार दोपहर करीब सवा तीन बजे ऑल प्रिंसिपल नाम के वाट्सएप ग्रुप पर जीव विज्ञान और गणित के प्रश्नप त्रों की फोटो भेजी गई. इस ग्रुप में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी, प्रधानाचार्य और शिक्षक जुड़े हैं. मगर, कुछ देर बाद प्रश्न पत्र को डिलीट कर दिया गया. लेकिन, तब तक बड़ी संख्या में लोग प्रश्न पत्र को देख चुके थे. जिसकी वजह से लीक पेपर वायरल भी हो गए. जिससे आगरा के साथ ही शिक्षा विभाग में लखनऊ और प्रयागराज तक खलबली मच गई.
पुलिस के पास नहीं इन सवालों के जवाब
- प्रश्नपत्रों को व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल करने का मकसद क्या है.
- परीक्षा केंद्र पर उत्तरपुस्तिका बदलने का खेल तो नहीं चल रहा.
- किसी भी सचल दल ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण नहीं किया.
- परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल कैसे ले जाने दिया गया.
- क्या प्रश्नपत्र के फोटो एक ग्रुप पर वायरल किए गए या उससे पहले किसी और पर भी हुए.
दरअसल, आगरा के राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक और संयुक्त शिक्षा निदेशक मुकेश अग्रवाल ने माध्यमिक शिक्षा परिषद-प्रयागराज के सचिव दिव्यकांत शुक्ल को आगरा के ऑल प्रिंसिपल नाम के व्हाट्स एप ग्रुप पर इंटरमीडिएट के दो विषयों के प्रश्नपत्र डाले जाने की जानकारी दी.