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अफीम की खेती के खिलाफ खूंटी पुलिस की कार्रवाई का नया तरीका, एफआईआर न करने की ये रखी शर्त! - POLICE AGAINST OPIUM

खूंटी पुलिस अफीम की खेती के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इस बार उन्होंने एक नये तरीके से एक्शन लिया है.

Unique way of action of police against opium cultivation in Khunti
खूंटी में पुलिस पदाधिकारी से बात करते ग्रामीण जनप्रतिनिधि (Etv Bharat)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 12, 2025, 10:26 PM IST

खूंटीः जिला पुलिस द्वारा अफीम की खेती करने के आरोप में ग्राम प्रधान को शिकंजे में लिया. इलाके के ग्राम प्रधान पर कानूनी दबिश के बाद लोगों में हड़कंप है. आलम ऐसा रहा कि ग्राम प्रधान को बचाने के लिए रविवार को ग्रामीण थाना पहुंच गये और पुलिस से एफआईआर न करने की गुहार लगाई.

खूंटी पुलिस की कार्रवाई से अफीम माफिया समेत ग्रामीणों में हड़कंप है. ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी में बाद एफआईआर नहीं करने की गुहार लगाते हुए दर्जनों पंचायत के मुखिया और ग्राम प्रधान सायको थाना पहुंच गए. थाना प्रभारी ने सभी मुखिया और ग्राम प्रधान को सख्त लहजे से हिदायत देते हुए कहा कि पहले वे अफीम की खेतों को नष्ट करें, उसके बाद विचार होगा.

जानकारी देते खूंटी एसपी (ETV Bharat)

पुलिस ने ये भी कहा है कि अगर वो खुद नहीं करेंगे तो पुलिस को सूचना दें. यही नहीं पुलिस ने स्थानीय मुखियाओं से कहा कि अगर वे खुद अफीम की खेत को नष्ट करते हैं तो पुलिस एफआईआर नहीं करेगी, अगर पुलिस ने नष्ट किया तो एफआईआर होगी और जेल जाना पड़ेगा.

खूंटी एसपी अमन कुमार ने बताया कि पूर्व में पुलिस के जागरूकता अभियान व कार्रवाई के बाद कुछ जगहों पर बदलाव दिखाई दिया. कुछ इलाकों के ग्रामीण इससे प्रभावित होकर स्वयं करीब 150 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट कर चुके हैं. लेकिन खूंटी, सायको, अड़की और मारंगहादा थाना क्षेत्र के कुछ पंचायत क्षेत्रों में अफीम की खेती की शिकायत पुलिस को लगातार मिली है.

यही कारण है कि क्षेत्र के जीआर के आधार पर जमीन मालिकों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज की जा रही है. एफआईआर के बाद सत्यापन कर उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. एसपी ने बताया कि ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी के बाद बड़ी संख्या में आसपास के मुखिया और ग्राम प्रधान सायको थाना पहुंचे और एफआईआर नहीं करने की गुहार लगाई. लेकिन पुलिस ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा है कि अफीम की फसल को वे खुद नष्ट करें, अगर ऐसा नहीं कर पाते हैं तो पुलिस को सूचना दें.

पुलिस पदाधिकारियों से बातचीत करते ग्रामीण (ETV Bharat)

एसपी ने दावा किया है कि इस तरह के कार्रवाई से अफीम की फसल को ग्रामीणों द्वारा खुद से नष्ट करने का दायरा बढ़ेगा. इसके अलावा मुखिया हो या ग्राम प्रधान, अफीम लगाएं हो और पुलिस उनको पकड़ लेती है तो उनके ऊपर कार्रवाई तय है. इस बार एफआईआर के साथ-साथ वे जेल भी जाएंगे.

दरअसल, शनिवार को खूंटी पुलिस ने रोंगो गांव के ग्राम प्रधान सीमोन नाग समेत पांच लोगों को अफीम की खेत में काम करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. ग्राम प्रधान के जेल जाने के बाद सायको थाना क्षेत्र के दर्जनों पंचायतों के मुखिया, ग्राम प्रधान से लेकर ग्रामीणों में कार्रवाई को लेकर खौफ बढ़ गया है. उन्हें डर सताने लगा है कि कहीं अब उन्हें भी जेल न भेज दिया जाए. बता दें कि 12 दिसंबर 2024 से अफीम के खिलाफ शुरू हुए अभियान के दौरान पुलिस को 1100 एकड़ से अधिक में लगी अवैध अफीम के पौधों को विनष्ट करने में सफलता मिली है.

एसपी अमन कुमार ने बताया कि खूंटी में 141.45 एकड़, मुरहू में 234.80, अड़की में 294.69, सायको में 227, मारंगहादा में 171.5 और कर्रा थाना क्षेत्र में 10.97 एकड़ में लगी अफीम की फसल नष्ट की गयी है. पिछले दिनों कुछ लोगों (रैयतों) के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, उसका अभी सत्यापन किया जा रहा है. इसमें 20-25 लोगों की पहचान की जा चुकी है, इसमें भी जल्द कार्रवाई की जाएगी.

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