खूंटीः जिला पुलिस द्वारा अफीम की खेती करने के आरोप में ग्राम प्रधान को शिकंजे में लिया. इलाके के ग्राम प्रधान पर कानूनी दबिश के बाद लोगों में हड़कंप है. आलम ऐसा रहा कि ग्राम प्रधान को बचाने के लिए रविवार को ग्रामीण थाना पहुंच गये और पुलिस से एफआईआर न करने की गुहार लगाई.
खूंटी पुलिस की कार्रवाई से अफीम माफिया समेत ग्रामीणों में हड़कंप है. ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी में बाद एफआईआर नहीं करने की गुहार लगाते हुए दर्जनों पंचायत के मुखिया और ग्राम प्रधान सायको थाना पहुंच गए. थाना प्रभारी ने सभी मुखिया और ग्राम प्रधान को सख्त लहजे से हिदायत देते हुए कहा कि पहले वे अफीम की खेतों को नष्ट करें, उसके बाद विचार होगा.
पुलिस ने ये भी कहा है कि अगर वो खुद नहीं करेंगे तो पुलिस को सूचना दें. यही नहीं पुलिस ने स्थानीय मुखियाओं से कहा कि अगर वे खुद अफीम की खेत को नष्ट करते हैं तो पुलिस एफआईआर नहीं करेगी, अगर पुलिस ने नष्ट किया तो एफआईआर होगी और जेल जाना पड़ेगा.
खूंटी एसपी अमन कुमार ने बताया कि पूर्व में पुलिस के जागरूकता अभियान व कार्रवाई के बाद कुछ जगहों पर बदलाव दिखाई दिया. कुछ इलाकों के ग्रामीण इससे प्रभावित होकर स्वयं करीब 150 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट कर चुके हैं. लेकिन खूंटी, सायको, अड़की और मारंगहादा थाना क्षेत्र के कुछ पंचायत क्षेत्रों में अफीम की खेती की शिकायत पुलिस को लगातार मिली है.
यही कारण है कि क्षेत्र के जीआर के आधार पर जमीन मालिकों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज की जा रही है. एफआईआर के बाद सत्यापन कर उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. एसपी ने बताया कि ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी के बाद बड़ी संख्या में आसपास के मुखिया और ग्राम प्रधान सायको थाना पहुंचे और एफआईआर नहीं करने की गुहार लगाई. लेकिन पुलिस ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा है कि अफीम की फसल को वे खुद नष्ट करें, अगर ऐसा नहीं कर पाते हैं तो पुलिस को सूचना दें.