वाराणसी : 1 जून को अंतिम चरण में होने वाले मतदान के लिए वाराणसी में पीएम मोदी के समर्थन में बीजेपी की पूरी ताकत लगी हुई है. बुधवार को वाराणसी में एक के बाद एक कई बड़े नेताओं का आना हुआ. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संयुक्त जनसभा की.
इस दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि काशी को गौरव होना चाहिए कि इनके सांसद ने देश की महिलाओं की इज्जत रखने का कार्य किया. यही नहीं माता अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से देश के 80 करोड़ गरीब परिवारों को राशन देने का कार्य किया. इस बात से हर काशीवासी को गौरव होना चाहिए. कांग्रेस की यह मंशा हो गई है कि वह पाकिस्तान के नागरिकों के लिए बॉर्डर खोलने को तैयार हो गया है. जबकि, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक सशक्त सरकार इस कार्य का विरोध करने के लिए तैयार है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि हम अमेठी वाले हैं. लंबा भाषण नहीं देंगे, जो हमें करना था वोट पड़ने से पहले वह काम हम कर चुके हैं. बड़ा-बड़ा भाषण देते थे राहुल गांधी. बड़ी ढींग हांकते थे, एक सामान्य भाजपा के कार्यकर्ता से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं हुई राहुल गांधी में और वह मोदी को आंख दिखाता है. आज विश्व के हर राम भक्त की ओर से आभार व्यक्त कर रही हूं.
स्मृति ईरानी ने कहा कि 10 लाख पार का नारा सिर्फ नारा नहीं वह जय घोष है. एक अकेला मोदी सब पर भारी पड़ रहा है. एक अकेले मोदी के पीछे 10 लाख नागरिक काशी के खड़े हों उसको कैसा डर. मोदी का पाकिस्तान में इतना डर है कि अभिनंदन को सकुशल वापस किया. स्मृति ईरानी ने कहा कि पंजाब में जिसने बंटवारा देखा मैं उसकी तीसरी पीढ़ी हूं. उस क्षत्रिय परिवार की जो बंटवारे के बाद जिसका परिवार हिंदुस्तान आया और फिर मुरादाबाद में आकर रहा है. आज उस पंजाब में जाकर मुझे हैरानी हुई. कांग्रेस के नेता ने कहा कि अगर कांग्रेस के पास सत्ता आई तो पंजाब का बॉर्डर खोल देंगे, ताकि पाकिस्तानी सीधे पंजाब में आएं. अपना काम करें डॉक्टर को दिखाना हो दिखाएं, व्यवसाय करना हो करें. काशी के सांसद के साथ हिंदुस्तान खड़ा है और कांग्रेसी पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं.