करनाल:केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज केंद्रीय बजट पेश किया है. हालांकि यह बजट हर वर्ग को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. किसानों के लिए भी इस बजट में कई घोषणाएं की गई है. जिसके चलते ईटीवी भारत ने किसानों से बातचीत की और जाना कि किसानों की बजट पर क्या राय है और इस बजट से किसानों को कितना फायदा होगा.
'बजट में किसानों को दिया लॉलीपॉप': किसानों के लिए बजट में कई चीजों पर चर्चा की गई. लेकिन जो उनकी पिछले कई सालों से मांगें है. उनके ऊपर बजट में इस बार भी कोई चर्चा नहीं की गई. उसके बारे में कोई प्रावधान नहीं रखा गया है.किसान रामनिवास शर्मा का कहना है कि यह बजट भी किसानों के लिए एक लॉलीपॉप की तरह है. जो मांगों बीते 10 सालों से हैं, सरकार उसके ऊपर कोई भी विचार नहीं कर रही है. सरकार को चाहिए कि जो खेती पर किसानों का खर्च बढ़ता जा रहा है. उस पर अनुदान दिया जाए.
'बजट का नहीं कोई फायदा': किसानों ने कहा कि चाहे फसल का बीज हो या खाद हो किसानों को अनुदान मिलना चाहिए. क्योंकि दोनों की वजह से खेती में खर्च बढ़ता जा रहा है. जिसकी वजह से किसान अब खेती करने से भी पीछे हटने लगे हैं. इतना ही नहीं, किसानों ने कहा कि जब तक वन नेशन वन इलेक्शन लागू नहीं होता और देश में से भ्रष्टाचार खत्म नहीं होता. तब तक ऐसे बजट का कोई फायदा नहीं.
'युवाओं के लिए भी खास नहीं बजट': किसानों ने कहा कि बजट तो हर साल पेश किया जाता है. लेकिन धरातल पर लागू करने और लोगों तक पहुंचने में बहुत फर्क होता है. उनका लाभ किसान और अन्य वर्गों को नहीं मिल पाता. इसलिए उन्होंने इस बजट से नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि इस बजट में युवाओं के लिए भी कुछ खास नहीं किया है. वहीं, आजकल हरियाणा समेत पूरे देश में नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है. उस पर भी किसी तरह की कोई चर्चा नहीं की गई है.