आगरा: ताजनगरी आगरा में एक भतीजे ने दोस्त और एक महिला के साथ मिलकर चाचा की हत्या कर दी. आरोपियों ने चाचा की हत्या कर 10 घंटे तक शव कमरे में छिपाए रखा. इसके बाद रात होने पर गांव के बाहर खेत में चाचा का शव दफना दिया. इसके बाद भतीजे ने चचेरे भाई को कॉल करके चाचा के लापता होने की जानकारी दी. जिस पर मामला पुलिस तक पहुंचा.
पुलिस ने बेटे की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज की. भतीजे के बार-बार रोने के नाटक से पुलिस को संदेह हुआ. उसे हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बताई, जिससे हत्या का खुलासा हुआ. पुलिस ने हत्यकांड में शुक्रवार शाम भतीजे, उसके दो दोस्त और एक महिला को गिरफ्तार किया है.
एसीपी एत्मादपुर पीयूष कांत ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के गांव खरका निवासी रामप्रेमी सिकरवार की बरहन के गांव कटका में ननिहाल है. रामप्रेमी ने गांव में भतीजे तेजवीर, राहुल समेत कई लोगों को ब्याज पर रुपए दे रखे थे. हर दो माह में ब्याज लेने के लिए रामप्रेमी मुरैना से आगरा आते थे.
इस माह भी 29 नवंबर को रामप्रेमी मुरैना से गांव कटका आए. इसके बाद रामप्रेमी लापता हो गए. जिस पर भतीजे तेजवीर ने लापता रामप्रेमी के बेटे अजीत को कॉल करके कहा कि पता नहीं तुम्हारे पिता कहां चले गए हैं. एक दिन पहले आए और अब उनका कुछ पता नहीं चल रहा है. उनका फोन भी बंद है.
एसीपी एत्मादपुर पीयूष कांत ने बताया कि शिकायत पर पुलिस ने छानबीन शुरू की. जिसमें पुलिस ने गांव के कई लोगों से पूछताछ की. जिन लोगों ने रामप्रेमी से ब्याज पर रुपये लिए थे, उन्हें भी बुलाया गया. कर्जदार भतीजा तेजवीर खुद ही दूसरे कर्जदारों को बुलाकर लाया. बार-बार पुलिस के सामने जब अजीत रोने लगता तो तेजवीर उसे बार-बार समझाता. कहता था कि परेशान ना हो, पापा मिल जाएंगे.
एसीपी एत्मादपुर पीयूष कांत ने बताया कि पुलिस की छानबीन और पूछताछ में भतीजे तेजवीर की हरकतों से पुलिस को उस पर संदेह हुआ. उसका व्यवहार अटपटा हो गया था. जिस पर पुलिस ने रामप्रेमी और तेजवीर के मोबाइल की छानबीन के लिए सीडीआर और सर्विलांस की मदद ली.