बांधवगढ़ में नहीं रुक रहा बाघों की मौत का सिलसिला, फिर हुई एक बाघ की मौत - Tiger dies in Bandhavgarh Tiger Reserve - TIGER DIES IN BANDHAVGARH TIGER RESERVE
टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त मध्य प्रदेश में बाघों की लगातार मौत से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फिर एक बाघ की मौत से भले ही टाइगर रिजर्व प्रबंधन में हड़कंप हैं लेकिन बाघों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है.
उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को बाघों के दीदार के लिए जाना जाता है और अक्सर ही पर्यटक यहां इसलिए पहुंचते हैं कि उन्हें आसानी से बाघों के दीदार हो जाते हैं, लेकिन इसी उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत का सिलसिला भी नहीं थम रहा है. एक बार फिर से एक और बाघ की मौत हो गई है जिसके बाद टाइगर रिजर्व प्रबंधन में हड़कंप मच गया है.
दो साल के नर बाघ की मौत
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर क्षेत्र में वन कर्मी गश्त कर रहे थे, जैसे ही वनकर्मी पनपथा बीट के आरएफ 407 में घूम रहे थे तभी उन्हें एक बाघ मृत अवस्था में दिखाई दिया. जिसके बाद तुरंत ही इसकी सूचना वन विभाग के आला अधिकरियों को दी गई. जिस बाघ की मौत हुई है उसके बारे में बताया जा रहा है कि लगभग दो साल का नर बाघ है.
बाघ की मौत के कारणों का खुलासा नहीं
बाघ की मौत के कारणों का पता अब तक नहीं लग पाया है. अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि इस बाघ की मौत कैसे हुई है लेकिन प्रथम दृष्टया बाघ की बॉडी को देखकर ये कहा जा रहा है कि बाघ की मौत दूसरे बाघ से लड़ाई से हुई होगी, हालांकि बाघ की मौत कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है.
नहीं रूक रहा बाघों की मौत का सिलसिला
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को ऐसा माना जाता है कि यहां अगर सफारी की जाए तो बाघ के दीदार हो ही जाते हैं क्योंकि यहां बहुतायत में बाघ हैं. पिछले कुछ सालों से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आए दिन बाघों की मौत की खबरें भी सामने आ रही हैं. ज्यादा दिन नहीं हुए एक बार फिर से बांधवगढ़ में बाघ की मौत की खबर आ गई है जिसके बाद ये सवाल भी खड़ा होता है कि बांधवगढ़ में आखिर बाघों की मौत का सिलसिला कब थमेगा.