उज्जैन।जिले में एक हफ्ते से लोग बारिश को तरस रहे थे. मंगलवार सुबह बारिश का दौर शुरू हुआ. शहर में केवल 2 घंटे की बारिश में कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गई. सुबह 6 बजे शुरू हुई बारिश से लोग काफी खुश दिखाई देने लगे. लेकिन जैसे ही बारिश ने अपना असली रूप दिखाया तो दो घंटे में ही शहर की सड़कें लबालब हो गईं. शहर की कई सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया. निचली बस्तियों के घरों में पानी गुस गया. कई दुकानों में भी पानी भर गया.
उज्जैन में कहा-कहां ज्यादा जलभराव
उज्जैन की नई सड़क, एटलस चौराहा, नीलगंगा चौराहा से लेकर तमाम जगहों पर जलभराव देखने को मिला. इससे आने-जाने में लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जिले में भारी वर्षा की दृष्टिगत सभी एसडीएम, तहसीलदार, नगर निगम एवं जनपद के अमले को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने निर्देशित किया है कि अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में निचले इलाकों का निरीक्षण करें. जलभराव जैसी स्थिति निर्मित होने पर आवश्यक कार्रवाई की जाए. चिह्नित राहत एवं पुनर्वास केंद्रो पर भी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं.
कलेक्टर ने अफसरों को किया मुस्तैद
उज्जैन कलेक्टर ने अफसरों से कहा कि जिले में पुल से पानी बहने की स्थिति वहां तत्काल आवगमन प्रतिबंधित करें. सुरक्षा की दृष्टिगत मुनादी की जाए. तटीय इलाकों के रहवासियों को नदी और घाटों से पर्याप्त दूरी बनाने को कहें. कलेक्टर ने होमगार्ड की क्विक रिस्पॉन्स टीम को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि बाढ़ आपदा प्रबंधन से जुड़े समस्त अधिकारी कंट्रोल रूम से सतत संपर्क में रहें. किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर त्वरित आवश्यक कार्रवाई करें.