भरतपुर : सवाई माधोपुर का रणथंभौर टाइगर रिजर्व इन दिनों जगह के अभाव की समस्या से जूझ रहा है. यहां क्षमता से 35% अधिक बाघ विचरण कर रहे हैं. इतना ही नहीं यहां पर बीते एक साल में कुल 13 शावकों ने जन्म लिया है. यही वजह है कि जल्द ही यहां से मुकुंदरा और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में एक-एक बाघ की शिफ्टिंग की जाएगी. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथोरिटी (एनटीसीए) की अनुमति मिलते ही शिफ्टिंग की तैयारी शुरू कर दी जाएगी.
रणथंभौर टाइगर रिजर्व के सीसीएफ अनूप के आर ने बताया कि रिजर्व में इस समय कुल 77 बाघ हैं, जबकि 392 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले अभ्यारण्य में आदर्श स्थिति में करीब 56 बाघों को रखा जा सकता है. ऐसे में इस समय अभ्यारण्य में करीब 21 बाघ अधिक हैं, इसलिए हम समय-समय पर बाघों को अन्य अभ्यारण्य में शिफ्ट करते रहते हैं. अभी भी मुकुंदरा और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में दो बाघों को शिफ्ट किया जाएगा.