सासाराम:रोहतास में दो शराब माफिया फरार हो गए हैं. दअरसल डेहरी रेलवे स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन से आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने भारी मात्रा में विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार अंतर प्रांतीय दो धंधेबाज जीआरपी थानाध्यक्ष के कक्ष से फरार हो गए है. दो बड़े शराब धंधेबाजों के रेल पुलिस अभीरक्षा से फरार होने की सूचना डेहरी से पटना तक पुलिस अधिकारियों तक जा पहुंची है. ऐसे में पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है.
थानाध्यक्ष कक्ष से दो शराब माफिया फरार:वहीं, रेल पुलिस अधिकारियों ने टीम गठित कर फरार शराब धंधेबाजों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी गई है. वहीं रेल पुलिस के वरीय अधिकारियों ने प्रथम दृष्टया में इसे जीआरपी थानाध्यक्ष समेत पुलिसकर्मियों की लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की बात कही है. जीआरपी थानाध्यक्ष के खिलाफ दो बार वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट की गई है. इस मामले में फरार दोनों शराब धंधेबाजों पर शराब कारोबार के केस के साथ-साथ पुलिस अभीरक्षा से फरार होने की भी प्राथमिकी दर्ज की गई है. साथ ही पूरे मामले की जांच उनके द्वारा स्वयं की जा रही है.
विदेशी शराब के साथ पुलिस ने किया था गिरफ्तार:रेल पुलिस अधिकारियों ने बताया की त्योहार को देखते हुए रेल पुलिस द्वारा लगातार ऑपरेशन सतर्क अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान शराब तस्करों की गिरफ्तारी और रोकथाम के लिए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर गाड़ी संख्या 13349 सिंगरौली-पटना एक्सप्रेस के जनरल कोच में भारी मात्रा में शराब माफियाओं द्वारा लाने की सूचना प्राप्त हुई. जिसके बाद प्लेटफार्म नंबर पांच पर ट्रेन के आने के बाद बोगी को चेक किया गया तो टॉयलेट के पास से हरे और काले रंग का चेक झोला आसमानी रंग का पिट्ठू बैग और सीमेंट की बोरी में रखी गई में बीयर और व्हिस्की की बोतलें पाई गई.
गया के रहने वाले हैं दोनों तस्कर:पूछताछ के क्रम में दो व्यक्ति मौके से भागने लगे, जिन्हें समय दिए बगैर आरपीएफ की टीम द्वारा तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में दोनों ने अपना नाम अमित कुमार (24 वर्ष) और सागर कुमार के रूप में हुई है. दोनों गया जिले के रहने वाले हैं. दोंनों शराब धंधेबाजों ने रेल पुलिस को बताया कि सभी शराब के बोरे बैग उनके ही हैं. टोटल शराब की 158 लीटर बरामद की गई. जिसमें सिग्नेचर, पाइपर और रॉयल स्टैग की शराब के साथ बीयर भी शामिल थी.
संदेह के घेरे में डेहरी जीआरपी थानाध्यक्ष!:वहीं, कई वर्षों बाद शराब की इतनी बड़ी खेप बरामद कर जीआरपी पुलिस ने दोनों शराब धंधेबाजों को को हाजत में रखने के बजाय उन्हें थानाध्यक्ष के कक्ष में रख दिया. रेल पुलिस का कहना है कि किसी कार्य से रेल थानाध्यक्ष और अन्य अधिकारी अपने आवास चले गए थे. पहरेदारी के लिए एक रेल पुलिसकर्मी को छोड़ गए थे लेकिन एक घंटे बाद पुलिस अधिकारियों को पता चला कि दोनों शराब धंधेबाज थानाध्यक्ष के कक्ष के खिड़की हटाकर भागने में सफल रहे. शराब के दो अंतर प्रांतीय धंधेबाजों के थानाध्यक्ष के कक्ष से फरार होने की सूचना के बाद जहां रेल पुलिस के पसीने छूटने लगे. वहीं डेहरी, गया और पटना में बैठे रेल पुलिस के अधिकारी भी सकते में आ गए हैं.
क्या बोले रेल डीएसपी?:सूचना मिलने के बाद गया से पहुंचे रेल डीएसपी अमृतेंदु कुमार ने मौके पर पहुंचकर घटना क्रम की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि शराब तस्करों की फरारी में शामिल थानाध्यक्ष या जिन पुलिस अधिकारी की लापरवाही होगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.