हरिद्वार/रुड़की/ऋषिकेश/उत्तराखंड: देशभर में इन दिनों कांवड़ यात्रा चल रही है. बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़िये हरिद्वार, ऋषिकेश, गंगोत्री पहुंच रहे हैं. शिवभक्तों के कारण कांवड़ रूट्स चर्चाओं में हैं. कहीं कांवड़ियों की भक्ति का बखान हो रहा है तो कहीं कांवड़ियों की उदंडता की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं. यही नहीं कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से की जाने वाली तैयारियों की भी देशभर में अच्छे और बुरे दोनों रूपों में बात की जा रही है. उत्तराखंड के अलग अलग हिस्सों में कांवड़ यात्रा से जुड़ी क्या खबरें हैं आइये बताते हैं.
हरिद्वार में दो कांवड़ियों को डूबने से बचाया: कावड़ मेले में बड़ी संख्या में कांवड़िये देशभर से गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं. कांवड़ उठाने से पहले कांवड़िये गंगा में स्नान कर गंगाजल भरते हैं. गंगा में स्नान करने के दौरान कई बार कांवड़िये गंगा के तेज बहाव की चपेट में आने से डूबने लगते हैं. इनको बचाने में घाटों पर तैनात जल पुलिस और एसडीआरएफ के गोताखोर देवदूत बनकर सामने आ रहे हैं. आज भी कांगड़ा घाट के बड़े पुल के नीचे दो कांवड़ियों को एसडीआरएफ टीम ने गंगा में डूबने से बचाया. एसडीआरएफ इंचार्ज ने बताया 12:12 बजे कांगड़ा घाट पर करण कश्यप(24), पता कोटा मक्खन जिला बरेली उत्तर प्रदेश, स्नान करते समय नदी के तेज बहाव में बहने लगा. इस दौरान एसडीआरएफ टीम के मुख्य आरक्षी आशिक अली, आरक्षी रजत तोमर, आरक्षी शिवम फायरमैन मेन संदीप सिंह, फायर मैन लक्ष्मण सिंह ने कांवड़िये को सुरक्षित बचाया. इसके बाद 12:40 बजे कांगड़ा घाट फूल कुमार(21), पता नागल बात बागपत उत्तर प्रदेश स्नान करते समय नदी के तेज बहाव में डूबने लगा. जिसे भी एसडीआरएफ ने बचाया.
मसूरी देहरादून मार्ग पर कांवड़ियों ने लगाया जाम: पहाड़ों की रानी मसूरी में कांवड़ यात्रियों की एंट्री प्रतिबंधित है. इसके बाद भी शुक्रवार को देहरादून से कोठाल गेट पुलिस बैरियर को आसानी से पार करते हुए कांवड़ियों की चार गाड़ियां 40 से 50 कांवड़ लेकर मसूरी कोलू खेत बैरियर पहुंच गई. जहां पर तैनात पुलिसकर्मी ने कावड़ियों की गाड़ियों को रोक कर मसूरी जाने से मना किया. जिस पर कांवड़ये भड़क गये. इसके बाद कांवड़िये मसूरी देहरादून रोड पर ही बैठ गए. उन्होंने मार्ग पर जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कांवड़ियों के जाम को देखते हुए पुलिस को मजबूरन अनुमति देनी पड़ी.