आगरा:ताजनगरी में यमुना किनारा मार्ग पर दरेसी नंबर तीन में स्थित एक बंद ट्रांसपोर्ट कंपनी में दो दिन पहले आग लगी थी. बुधवार को जब दुकान का मलबा हटाया गया तो उसमें नर कंकाल मिला. जिसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. आशंका है कि हादसे में किसी व्यक्ति की जिंदा जलकर मौत हुई है. ये मामला पुलिस की लापरवाही का भी है. जिसमें पुलिस ने आग बुझने के बाद मलबे को चेक नहीं किया. डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि मृतक की पहचान नहीं हो सकी है. मरने वाला कौन था और बंद ट्रांसपोर्ट कंपनी में क्यों आया था?, इस बारे में पड़ताल की जा रही है.
बता दें कि सैंया निवासी देवेंद्र सिंह गुर्जर की यमुना किनारा रेलवे पुल के पास पहली मंजिल पर ट्रांसपोर्ट कंपनी है. मंटोला थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि ट्रांसपोर्ट कंपनी का भवन रेलवे की जमीन पर बना है. बिल्डिंग काफी पुरानी है. जिस पर रेलवे ने सील लगा दी थी. इसी वजह के चलते पांच साल से ट्रांसपोर्ट कंपनी बंद पड़ी थी. उसमें सोमवार को दोपहर में आग लग गई थी. जिसकी लोगों ने सूचना दी तो पुलिस और दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची. आग पर काबू पाया गया. इसके बाद पुलिस लौट आई. भूतल पर पेठे की दुकान है. बुधवार को जब दुकानदार ने मलबा निकाला तो उसमें कंकाल मिला. जिसे पोस्टमार्टम गृह में रखवाया.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि ट्रांसपोर्ट कम्पनी के मलबे में मिले कंकाल की पहचान के लिए जानकारी जुटाई जा रही है. आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया कि बंद कंपनी में दरवाजा टूटा पड़ा है. उसमें कबाड़ भरा था. पास ही स्थित रेलवे लाइन की तरफ से कुछ लोग आकर बैठ जाते हैं. जो हो सकता है, वहां पर नशा करते हों. आशंका है कि कंकाल इसी में से किसी का होगा. आग लगने से वो जिंदा जल गया होगा. कंपनी बंद होने के कारण बिजली की कोई लाइन नहीं है. जिससे शॉर्ट सर्किट की आशंका नहीं है.