हजारीबाग: जिला पुलिस ने बहुचर्चित लक्ष्मी नर्सिंग होम के संचालक परशुराम प्रसाद की हत्या मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिसमें लातेहार जिला के बालूमाथ थाना अंतर्गत सेरेगढ़ा निवासी उमेश कुमार पांडये की गिरफ्तारी हजारीबाग रोड के हुपाद जंगल से हुई है. इसके पास से अपराध में इस्तेमाल मोटरसाइकल, एक मेड इन इटली लिखा पिस्तौल, 7.65 एमएम के दो कारतूस और मोबाइल बरामद हुए हैं.
हत्या मामले में हजारीबाग के कोर्रा थाना अंतर्गत दीपूगढ़ा निवासी सेवानिवृत्त डीएसपी अर्जुन राम के बेटे धनु पासवान को भी गिरफ्तार किया गया है. चतरा पुलिस ने भी इसकी गिरफ्तारी एक हत्या के मामले में की है, जिसे हजारीबाग पुलिस रिमांड पर लेगी. एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि यह एक ब्लाइंड वारदात था. जिसमें न परिजनों के पास किसी तरह का सुराग था और न ही कोई आई विटनेस था.
एक नंबर से पुलिस को मिला सुराग
घटना को लेकर सदर एसडीपीओ कुमार शिवाशीष के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. जिसमें मुफस्सिल थाना प्रभारी कुणाल किशोर, टाटी झरिया थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी, मुफस्सिल थाना के एसआई जितेंद्र भगत, सत्यम, साकेत कुमार सिंह और सशस्त्र बल शामिल थे. एसपी ने बताया कि जब इस मामले की जांच शुरू हुई तो अपराधियों का न ही मोबाइल लोकेशन मिल रहा था और न ही मृतक के मोबाइल में मैसेज या इनकमिंग या आउटगोइंग कॉल.
घटना के दिन परशुराम प्रसाद का जन्मदिन भी था. जब अपराधियों के पुराने दस्तावेज खंगाला गया तो कॉल डिटेल में एक नंबर आया. जिसके तार मृतक के मोबाइल से जुड़े हुए थे. उस नंबर का सीडीआर निकाला गया तो पाया गया कि उस नंबर का उपयोग जिसके नाम पर किया जा रहा है, वह बेंगलुरु में है और फर्जी तरीके से उसका नंबर लेकर अपराध किया गया. फिर इस नंबर की लोकेशन पर जब कॉल डंप निकाला गया तब उस नंबर की पुष्टि हो गई.