Tulsi Vivah 2024 Rangoli :हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का खासा महत्व है. तुलसी को मां लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है और तुलसी विवाह करवाने को काफी ज्यादा शुभ माना जाता है. तुलसी विवाह करवाने से भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है और वैवाहिक जीवन काफी अच्छा रहता है. तुलसी विवाह पर घर-घर में रंगोली बनाने की परंपरा है. रंगोली बनाना काफी ज्यादा शुभ माना जाता है क्योंकि इससे घर में सुख और समृद्धि को न्योता दिया जाता है.
कब कर सकते हैं तुलसी विवाह ?:करनाल के पंडित विश्वनाथ ने बताया कि तुलसी विवाह कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को होता है. तुलसी माता का विवाह शालिग्राम से करवाया जाता है. तुलसी विवाह सूर्यास्त के बाद करने का ज्यादा महत्व होता है. सनातन धर्म में प्रत्येक व्रत और त्यौहार को उदया तिथि के साथ मनाया जाता है. ऐसे में तुलसी विवाह आज करवाया जाना है. तुलसी विवाह करने का शुभ मुहूर्त का समय शाम के 5:29 मिनट से शुरू होगा जो शाम 7:53 तक रहेगा.
तुलसी विवाह का महत्व :पंडित विश्वनाथ ने बताया कि तुलसी को हिंदू धर्म में देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है, जिसकी पूजा करने से घर में सुख समृद्धि और धन आता है. शालिग्राम शिला को भगवान विष्णु का अवतार और स्वरूप माना जाता है. इन दोनों का विवाह करने से अक्षय पुण्य का फल प्राप्त होता है और घर में सुख समृद्धि के साथ धन की वृद्धि होती है.
ऐसे करवाएं तुलसी विवाह :तुलसी विवाह के मौके पर पहले घर में अच्छी सी तुलसी विवाह से जुड़ी रंगोली बना लें. फिर तुलसी पौधे की पत्तियां को तोड़कर पहले साफ पानी से धो लें. शालिग्राम शिला को भी गंगाजल से धोकर तुलसी की पत्तियों से सजाएं. एक छोटा मंडप लगाएं और उसको फूलों समेत बाकी चीजों से सजाएं. फल, फूल, दीपक, अगरबत्ती, धूप, चावल आदि सामग्री को पूजा में शामिल करें. दोनों का विवाह करने के बाद दान जरूर करना चाहिए. आज के दिन सात्विक भोजन को ग्रहण करें.