रायपुर: बिरसा मुंडा की विरासत और राष्ट्र निर्माण में आदिवासी समुदायों के योगदान का उत्सव मनाने के लिए पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है. मनसुख मंडाविया छत्तीसगढ़ में 'जनजातीय गौरव दिवस' समारोह के हिस्से के रूप में पदयात्रा करेंगे. केंद्रीय युवा मामले और खेल तथा श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया, मेरे भारत युवा स्वयं सेवकों के साथ भगवान बिरसा मुंडा 'माटी के वीर' पदयात्रा करेंगे. 13 नवंबर को छत्तीसगढ़ के जशपुर में जनजातीय गौरव दिवस के हिस्से के रूप में पदयात्रा में सीएम विष्णुदेव साय समेत राज्य के अन्य मंत्री भी शामिल होंगे.
जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियां:आदिवासी विरासत को याद करने, समावेशिता को बढ़ावा देने और आदिवासी समुदायों को लाभ पहुंचाने वाली सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से इस विशेष कार्यक्रम में 10,000 से अधिक एमवाई भारत युवा स्वयं सेवकों की भागीदारी देखी जाएगी, जो आदिवासी संस्कृति, विरासत और विरासत की रक्षा और संरक्षण की भावना को बढ़ावा देंगे. जनजातीय गौरव दिवस के जरिए आदिवासी युवाओं को उनकी महान विरासत के बारे में भी बताया जाएगा. नई पीढ़ी को उसकी जानकारी दी जाएगी.
17 राज्यों के कलाकार होंगे शामिल: जनजातीय गौरव दिवस पर छत्तीसगढ़ के साथ 17 राज्यों के आदिवासी कलाकार अपनी लोक परंपरा का प्रदर्शन करेंगे. जिसमें आदि लोक नृत्य नाटिका, भील भगोरिया नृत्य, गारो और आओ नागा कार्यक्रमों को पेश किया जाएगा. मुख्य आयोजन रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में 14 और 15 नवंबर को होगा. पीएम मोदी 15 नवंबर को बिहार के जमुई में जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम का आगाज करेंगे. पीएम मोदी वर्चुअली छत्तीसगढ़ में होने वाले कार्यक्रमों से जुड़ेंगे. सीएम विष्णु देव साय के निर्देश पर सभी जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय गौरव दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. सभी कार्यक्रमों को लेकर आदिम जाति विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
रायपुर के साइंस कॉलेज में होगा मुख्य कार्यक्रम: 14 और 15 नवंबर को होने वाले कार्यक्रमों में देशभर से कलाकार शामिल होने के लिए पहुंचेंगे. मुख्य रुप से अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैण्ड, मेघालय, असम, त्रिपुरा, उत्तराखण्ड, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान सहित अन्य राज्यों के आदिवासी कलाकार अलग अलग कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. आयोजन के दौरान जनजातीय गौरव दिवस से जुड़े विषयों पर संगोष्ठी का भी आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही जनजातीय जीवन शैली प चित्रकला प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी.