आगरा : आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड लगातार पुलिस की छवि को सुधारने के लिए पहल कर रहे हैं. मगर, पुलिसकर्मी सुधर नहीं रहे हैं. पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद भी पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर घूस ली गई. फीडबैक सेल में ये शिकायत आई तो पुलिस कमिश्नर ने छाता थाने में तैनात प्रशिक्षु महिला दरोगा दीप्ति रानी और लोहामंडी थाना के आरक्षी अजय बालियान को सोमवार देर शाम निलंबित कर दिया. आरोप है कि दोनों ने पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर तीन आवेदकों से घूस मांगी थी.
बता दें कि पुलिस कमिश्नर ने रिश्वत और अन्य कार्य को लेकर फीड बैक सेल बनाई थी. इसमें शिकायत आई कि पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही है. पुलिस कमिश्नर ने प्रशिक्षु आइपीएस आलोक राज से शिकायतों की जांच कराई. आराेप सही पाए गए. जिसके बाद पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने आरोपी पुलिसकर्मियों के निलंबन की कार्रवाई की है. इसके साथ ही दोनों के विरुद्ध विभागीय जांच कराई जा रही है.
सगी बहनों से लिए 800 रुपये :पहला मामला लोहामंडी थाना क्षेत्र के गोकुलपुरा स्थित कंघी गली का है. यहां की सगी बहन हबीबा और अफीफा ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था. लोहामंडी थाना में तैनात आरक्षी अजय बालियान को फाइल मिली. जिस पर आरक्षी अजय बालियान सत्यापन के लिए आवेदिका के घर पहुंचे.
आरोप है कि आरक्षी ने दोनों बहन से 400-400 रुपये मांगे. कहा कि तभी सत्यापन की रिपोर्ट लगाई जाएगी. बहनों ने फीड बैक सेल में शिकायत की. इस पर जांच की गई. जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने आरक्षी अजय बालियान को निलंबित करके विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.