इटावा :जिले में आगरा डिवीजन के अंतर्गत बीते शुक्रवार को पटना-कोटा एक्सप्रेस ट्रेन एक बड़ी दुर्घटना से बाल-बाल बच गई. इस मामले में डिप्टी एसएस की लापरवाही सामने आई है. बताया जा रहा है कि ट्रेन 'उदी मोड़' स्टेशन पर लगभग आधे घंटे तक हरी झंडी का इंतजार करती रही, क्योंकि स्टेशन मास्टर ड्यूटी पर सो गए थे.
ड्यूटी के दौरान उदी मोड़ जंक्शन के स्टेशन मास्टर को लापरवाही करना महंगा पड़ गया है. बता दें कि गाड़ी संख्या 13238 कोटा-पटना एक्सप्रेस शुक्रवार की देर रात 2:15 बजे आगरा से चलकर उदी मोड़ जंक्शन पहुंची थी. यह ट्रेन एक घंटा 29 मिनट की देरी से रात 1:39 बजे आगरा से चली थी. ट्रेन को उदी मोड़ स्टेशन से होकर इटावा जंक्शन होते हुए पटना जाना था. उदी मोड़ जंक्शन पर तैनात स्टेशन मास्टर दिलीप चौधरी को नींद आ गई थी, जिसके कारण करीब आधा घंटे तक ट्रेन इटावा जंक्शन आने के लिए हरी झंडी का इंतजार करती रही. स्टेशन मास्टर को जगाने के लिए लोको पायलट को कई बार हॉर्न भी बजाना पड़ा, तब जाकर कहीं उनकी नींद टूटी और झंडी दिखाने के बाद ट्रेन सुबह 3:38 बजे इटावा जंक्शन पहुंची. वहीं, इस भीषण गर्मी में ट्रेन में सवार यात्री काफी परेशान रहे. अधिकारियों के मुताबिक, आगरा मंडल के नाराज अधिकारियों ने उन्हें चार्जशीट दे दी है, लेकिन जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
आगरा रेलवे डिवीजन की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि आगरा रेलवे मंडल प्रबंधक ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने माना है कि ट्रेन संचालन में स्टेशन मास्टर की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है. उदी मोड़ स्टेशन के स्टेशन मास्टर को लापरवाही बरतने के लिये चार्ज शीट इश्यू कर दी गई है. उन्होंने माना है कि डयूटी के दौरान उनकी आंख लग गई थी. स्पष्टीकरण के बाद उनके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.