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हैदराबाद से पकड़ा गया मानव तस्कर ! दिल्ली पुलिस ने 2500 किलोमीटर तक पीछा कर धर दबोचा - TRAFFICKER ARRESTED IN HYDERABAD

-मानव तस्करी का आरोपी गिरफ्तार -नौकरी का झांसा देकर भेजते थे विदेश -बंधक बनाकर कराई जाती थी साइबर ठगी -हैदराबाद के नामपल्ली से हुआ गिरफ्तार

हैदराबाद से पकड़ा गया मानव तस्करी का आरोपी
हैदराबाद से पकड़ा गया मानव तस्करी का आरोपी (SOURCE: ETV BHARAT)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 9, 2024, 7:20 AM IST

नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने मानव तस्करी के आरोपी कामरान हैदर उर्फी हैदी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. ये आरोपी युवाओं की तस्करी कर उन्हें नौकरी लगवाने के नाम पर विदेश भेजता था फिर उनसे उनसे जबरदस्ती साइबर ठगी का काम कराया जाता था.

NIA ने घोषित किया था 2 लाख रुपये का इनाम
स्पेशल सेल की डीसीपी मनोज ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान कामरान हैदर उर्फी हैदी के तौर पर हुई है. आरोपी को सूचना देने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा 2 लाख का इनाम यदि पर घोषित किया गया था. गिरफ्तार आरोपी युवाओं को झांसा देकर विदेश भेज देते थे फिर फर्जी कॉल सेंटर में काम करने के लिए मजबूर करते थे. स्पेशल सेल की टीम ने 2500 किलोमीटर तक लगातार पीछा करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.

स्पेशल सेल के अधिकारियों ने दावा किया कि 2,500 किलोमीटर तक लगातार पीछा करने के बाद आरोपी हैदर की गिरफ्तारी हुई. पुलिस उपायुक्त (स्पेशल सेल) मनोज सी ने कहा, "2,500 किलोमीटर तक लगातार पीछा करने के बाद, कामरान हैदर उर्फ ​​जैदी को हैदराबाद से पकड़ा गया।" जैदी की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.

दिल्ली के एक युवक ने की थी शिकायत
पुलिस के अनुसार, 27 मई को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन में नरेश लखावथ की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था, जिसने कहा था कि वह नौकरी की तलाश कर रहा था, जब उसे अली इंटरनेशनल सर्विस नामक कंसल्टेंसी फर्म मिली, जो कथित तौर पर नई दिल्ली में स्थित है. डीसीपी ने कहा, "फर्म ने उसे थाईलैंड और लाओस में नौकरी की पेशकश की और आखिरकार उसे थाईलैंड भेज दिया गया लेकिन जब वह वहां पहुंचा, तो उसका पासपोर्ट छीन लिया गया और उसे एक चीनी कंपनी के लिए काम करने के लिए मजबूर किया गया, जो भारतीय लोगों को ऑनलाइन ठगती थी।" मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया गया.

NIA ने जांच में 5 को बनाया आरोपी
एनआईए द्वारा की गई जांच में मंजूर आलम, साहिल, आशीष, पवन यादव और हैदर को मुख्य साजिशकर्ता के रूप में पहचाना गया. अधिकारी ने कहा कि सभी पांचों भारतीय युवाओं को लाओस के गोल्डन ट्राइंगल क्षेत्र में तस्करी करने में शामिल थे, जहां उन्हें यूरोपीय और अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर साइबर घोटाले करने के लिए मजबूर किया जाता था. वे अली इंटरनेशनल सर्विसेज के माध्यम से काम करते थे.

थाइलैंड और लाओस जाने की फिराक में था आरोपी
डीसीपी ने कहा, "मुख्य आरोपी की पहचान कामरान हैदर के रूप में हुई. कामरान हैदर फरार हो गया और तमाम कोशिशों के बावजूद आरोपी कामरान हैदर को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था. वह थाईलैंड और लाओस जाने की कोशिश कर रहा था।" फरार होने के बाद हैदर लगातार एक राज्य से दूसरे राज्य में अपना ठिकाना बदलता रहा. पुलिस ने बताया कि उसे पकड़ने के लिए महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में टीमें तैनात की गई थीं.

हैदराबाद में पकड़ा गया आरोपी
आरोपी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक स्पेशल सेल की टीमों ने 2,500 किलोमीटर तक लगातार पीछा करने के बाद 7 दिसंबर को आरोपी कामरान उर्फ हैदर को गिरफ्तार कर लिया. डीसीपी ने कहा, "उसे हैदराबाद, तेलंगाना के नामपल्ली रेलवे स्टेशन के पास से पकड़ा गया, जब वह किसी दूसरे ठिकाने पर भागने की कोशिश कर रहा था''.

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