रायपुर: राजधानी अब धीरे धीरे महानगर की तर्ज पर आगे बढ़ रही है. जनसंख्या बढ़ने के साथ ही गाड़ियों की संख्या भी बढ़ गई है. आबादी बढ़ने से ट्रैफिक का दबाव भी बढ़ गया है. ऐसे में ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस के द्वारा लगभग सप्ताह भर पहले राजधानी के कुछ सड़कों पर ऑटो और ई रिक्शा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
ट्रैफिक नियमों में बदलाव: ऑटो और ई रिक्शा के लिए रुट को डाइवर्ट करने से यात्रियों के साथ ही ऑटो चालकों की परेशानी भी बढ़ गई है. यात्रियों का कहना है कि हमको घूम कर जाना होता है और इसके लिए ऑटो का किराया भी ज्यादा चुकाना पड़ रहा है. वहीं ट्रैफिक विभाग का मानना है कि इस पहल का लोग समर्थन कर रहे हैं. ऑटो वालों की शिकायत है कि सवारी को दूर तक ले जाना पड़ता है लेकिन उसके मुताबिक किराया नहीं मिलता.
रायपुर में ट्रैफिक रुट चेंज (ETV Bharat Chhattisgarh)
ड्राइवर और मुसाफिरों की बढ़ी परेशानी: जिन जगहों पर ऑटो और ई रिक्शा के आने जाने को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है वहां पर ईटीवी भारत ने ऑटो में सवार एक यात्री से बात की तो उसका कहना था कि सवारी के साथ ही ऑटो चालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जहां पर हम 10 रूपये देकर ऑटो में पहुंचते थे. अब वहां का किराया हमें 20 रुपए देना पड़ता हैं. समय ज्यादा लगता है पहुंचने में वो अलग दिक्कत है.
अस्पताल जाने वालों को भारी दिक्कत: ऑटो चालकों का कहना है कि ट्रैफिक विभाग की ओर से चारों दिशाओं में ऑटो और ई रिक्शा पर बैन लगा दिया गया है, जिसके कारण ऑटो चालकों के साथ ही यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार कुछ ऐसे मरीज होते हैं जिनको रेलवे स्टेशन से मेकाहारा या फिर डीकेएस हॉस्पिटल छोड़ना पड़ता है, लेकिन ऑटो और ई रिक्शा के उन जगहों पर जाने से प्रतिबंध लग जाने के बाद काफी दिक्कत हो रही है.
क्या है शिकायत:मुसाफिरों और गाड़ी के ड्राइवरों की शिकायत है कि उनको कहीं भी जाने के लिए अब लंबा चक्कर लगाना पड़ता है. गाड़ी का तेल भी जलता है और मुसाफिर पर किराए का बोझ भी बढ़ता है. लोगों का कहना है कि मोवा, सड्डू, विधानसभा, पंडरी, तेलीबांधा, शास्त्री चौक, टाटीबंध जैसे जगह पर प्रतिबंध लगा दिया गया. ऑटो चालकों का कहना है कि ज्यादा किराया मांगने पर यात्री नाराज होते हैं.
ट्रैफिक विभाग की दलील: ट्रैफिक एडिशनल एसपी अनुराग झा का कहना है कि राजधानी में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रयोग के तौर पर एक नई पहल शुरू की गई है. राजधानी रायपुर का शास्त्री चौक जिसे हृदय स्थल के नाम से जाना जाता है. यहां पर ऑटो और ई-रिक्शा को बैन किया गया है. उसके पहले ही ऑटो और ई रिक्शा को रोक दिया जाएगा. इसके लिए रूट डायवर्ट भी किया गया है. टाटीबंध से आने वाले वाले यात्रियों को शहीद स्मारक के पास रोक दिया जाएगा.
कहां कहां रोका जा रहा है ट्रैफिक: एमजी रोड या फिर किसी दूसरे रास्ते से आ रहे हैं तो उन्हें मरही माता चौक पर रोक दिया जाएगा. अव्यवस्थित पार्किंग और ढेर सारे ऑटो और ई-रिक्शा खड़ी होने की शिकायतें भी यातायात विभाग को मिल रही थी. उसको दूर करने के साथ ही नागरिकों को बेहतर सुविधा मिल सके. इसलिए इस तरह का प्रयोग किया गया है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यातायात व्यवस्था में और भी सुधार किया जाएगा."
यात्री इन रुटों पर रखें ध्यान
टाटीबंध से शास्त्री चौक की ओर आने वाले सवारी ऑटो/ ऑटो और ई रिक्शा चालक शहीद स्मारक भवन तक जा सकते हैं और वहां से मुंबई मार्केट कटिंग से यू टर्न लेकर टाटीबंध की ओर वापस लौट सकते हैं.
रेलवे स्टेशन से शास्त्री चौक आने वाले ई रिक्शा और ऑटो/ ई रिक्शा और ऑटो कचहरी चौक तक जा सकते हैं और वहां से खालसा स्कूल टर्निंग से होकर रेलवे स्टेशन की ओर लौट सकते हैं. यदि यात्रियों को तेलीबांधा या कालीबाड़ी की दिशा में जाना हो तो वे लोग ऑक्सीजोन से अंबेडकर चौक मार्ग से जा सकते हैं.
तेलीबांधा से शास्त्री चौक आने वाले ई रिक्शा और ऑटो/ ई रिक्शा और ऑटो घड़ी चौक तक जा सकते हैं और वहां से बंजारी चौक राज भवन चौक अंबेडकर चौक मार्ग से होकर वापस जा सकते हैं. जय स्तंभ चौक की ओर जाने वाले ऑटो बंजारी चौक डीकेएस अस्पताल लाल गंगा शॉपिंग मॉल रोड से होकर आवागमन कर सकते हैं.
पचपेड़ी नाका से शास्त्री चौक आने वाले ऑटो और ई रिक्शा/ ऑटो और ई रिक्शा बंजारी चौक से सवारी उतार सकते हैं और यू टर्न लेकर वापस जा सकते हैं. रेलवे स्टेशन के जाने के लिए बंजारी चौक से राजभवन चौक अंबेडकर चौक ऑक्सीजोन चौक होकर खालसा स्कूल चौक और मरही माता चौक होते हुए यात्रा कर सकते हैं.